संवाददाता, पटनाबीते दिनों आई तेज आंधी और बारिश ने राज्य के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. इसके चलते टूटे तार, गिरे खंभे और क्षतिग्रस्त ढांचे की मरम्मत के लिए ऊर्जा विभाग में हलचल तेज हो गई है. शनिवार को ऊर्जा सचिव सह बीएसपीएचसीएल के प्रमुख ने इसकी समीक्षा करते हुए कहा कि बिजली बहाली के लिए तुरंत असरदार योजना तैयार की जाए, जिसमें हर बिजली लाइन की मरम्मत में लगने वाला औसत समय और काम करने वाले कुशल लोगों की उपलब्धता का खास ध्यान रखा जाए. इसके लिए काम देने वाली एजेंसियों की सूची भी जल्द तय की जाए. मुख्यालय इस पर जल्द ही साफ दिशा-निर्देश जारी करेगा.
इलाके में बिजली की जल्दी मरम्मत के लिए बनेगी असरदार योजना
बैठक में दक्षिण और उत्तर बिहार बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक, मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, राजस्व से जुड़े पदाधिकारी और फील्ड से अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंता आनलाइन जुड़े थे. ऊर्जा सचिव ने कहा कि हर इलाके में बिजली की जल्दी मरम्मत के लिए असरदार योजना बनाकर काम शुरू किया जाए. इसके लिए हर फीडर की बहाली में लगने वाले औसत समय और जरूरत के हिसाब से कामगारों की उपलब्धता तय की जाए. एजेंसियों की सूची तैयार कर ली जाए, जिन्हें इस काम में लगाया जा सके. जल्द ही मुख्यालय से इस काम के लिए आसान और साफ हिदायतें जारी की जाएंगी. ऊर्जा सचिव ने कहा कि इन कामों की लगातार निगरानी भी होनी चाहिए. साथ ही, ट्रांसफार्मर, खंभे, तार जैसे जरूरी सामान भरपूर मात्रा में तैयार रखे जाएं. बहाली के काम की जानकारी रोजाना मुख्यालय को दी जाए, जिसे संबंधित निदेशक देखेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि जिन जगहों पर अक्सर आकाशीय बिजली गिरती है, वहां पुराने इंसुलेटर की जगह नए और मजबूत किस्म के इंसुलेटर लगवाए जाएं. इसके लिए सर्वे कर योजना बनाई जाए. श्री पाल ने सभी 33, 13 और 133 हजार वोल्ट के बिजली केंद्रों को लेकर कहा कि अगर किसी कारण से वहां बिजली बंद हो, तो दूसरे रास्ते से बिजली पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए.अधिकारी अपने इलाके में बिजली आपूर्ति में आ रही दिक्क्तों की बनायेंगे सूची
फील्ड में काम करने वाले सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने इलाके में बिजली आपूर्ति में आ रही रुकावटों की सूची बनाएं और बताएं कि उन्हें क्या मदद चाहिए. साथ ही, ढांचे में सुधार के लिए कितनी लागत आएगी, इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेजें. ऊर्जा सचिव ने साफ कहा कि मरम्मत और ढांचे को मजबूत बनाने का काम एक साथ किया जाए, ताकि आने वाले समय में किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में नुकसान कम हो और बिजली जल्दी बहाल की जा सके.
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