संवाददाता, पटना
विधायक खरीद-फरोख्त मामले में इंजीनियर सुनील से आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने मंगलवार को करीब तीन घंटे तक पूछताछ की. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, इस दौरान इंजीनियर सुनील ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए. हालांकि, इओयू द्वारा पूर्व में एकत्र किए गए कई सबूतों को उससे सत्यापित कराया गया. सूत्रों के अनुसार, जांच में यह बात सामने आयी है कि विधायकों को प्रभावित करने के लिए जिन पैसों का इस्तेमाल होना था, वह बालू माफियाओं सहित कई अन्य संगठित नेटवर्क से आना था. पूछताछ के दौरान इओयू की टीम ने इन्हीं फंडिंग सोर्स और नेटवर्क को लेकर इंजीनियर सुनील से विस्तार में सवाल किए. सूत्र बताते हैं कि इओयू के सामने इंजीनियर सुनील ने माफियाओं से अपने संबंध होने की बात स्वीकार कर ली है. इससे पहले भी जांच के दौरान इओयू को उसके माफिया नेटवर्क से जुड़े रहने के पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं. गौरतलब है कि विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में नामजद अभियुक्त बनाए जाने के बाद इंजीनियर सुनील ने कोर्ट की शरण ली थी.इओयू सूत्रों की मानें तो जांच आगे बढ़ने के साथ इंजीनियर सुनील को दोबारा नोटिस भेजा जा सकता है.
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