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संजीव मुखिया को दिल्ली से लेकर भूटान तक खोज रही इओयू, सेंट्रल एजेंसियों से साधा संपर्क

संजीव मुखिया को दिल्ली से लेकर भूटान तक खोज रही इओयू, सेंट्रल एजेंसियों से साधा संपर्क

संवाददाता, पटना

आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) नीट-यूजी पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को दिल्ली से लेकर नेपाल-भूटान तक खोज रही हैं. हालांकि इनाम की घोषणा के चार दिन बाद भी अब तक कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा है जिससे उसकी गिरफ्तारी हो सके़ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इओयू ने केस से जुड़े सीबीआई के अधिकारियों से भी संपर्क साधा है. बिहार और केंद्र की जांच एजेंसियों ने संजीव मुखिया से जुड़े इनपुट साझा किए हैं ताकि कोई ठोस कड़ी मिल सके जो नौ महीने से फरार वांछित अपराधी तक पहुंचा दे़

नीट-यूजी पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने वालों को 3 लाख का इनाम दिया जायेगा. इसके अलावा दो अन्य वांछित नालंदा जिले के शुभम कुमार और अरवल के राज किशोर कुमार के बारे में सूचना देने वाले को एक-एक लाख का इनाम दिया जायेगा. आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने राज्य गृह विभाग को मुखिया पर इनाम की सिफारिश भेजी थी़ , जिसे 10 अप्रैल को स्वीकृति मिल चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पहचान न उजागर करने की शर्त पर बताया कि संजीव मुखिया के नेपाल- भूटान में छिपे होने की संभावना अधिक है, जिससे इओयू की निर्भरता केंद्रीय एजेंसियों पर बढ़ गई है़ ईओयू ने बिहार और अन्य राज्यों में लगातार छापेमारी की है़

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अब तक क्या क्या पता चला

जांच में पता चला है कि संजीव मुखिया सिर्फ नीट-यूजी परीक्षा (1 मई 2024) ही नहीं, बल्कि कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा (1 अक्टूबर 2023) और शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (15 मार्च 2024) के पेपर लीक का भी मास्टरमाइंड है़ कान्स्टेबल परीक्षा को तो रद्द भी करना पड़ा था़ मुखिया का नाम पहली बार 2010 में एक पेपर लीक मामले में सामने आया था, लेकिन पुलिस तब उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई थी़ 2016 में वह उत्तराखंड में मेडिकल परीक्षा पेपर लीक मामले में पहली बार गिरफ्तार हुआ था, लेकिन सबूतों की कमी के कारण दो महीने में जमानत मिल गई़ पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईओयू की जांच से यह भी सामने आया है कि मुखिया एक अंतरराज्यीय परीक्षा माफिया गिरोह चलाता है़ इस गिरोह में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, ओडिशा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के ठग शामिल हैं. जैसे ही इन राज्यों में कोई भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति निकलती है, यह गिरोह पेपर लीक की गतिविधियों में सक्रिय हो जाता है.

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घर पर चिपकाया जा चुका है इश्तेहार

करीब नौ महीने से फरार चल रहे संजीव कुमार की गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण न करने पर ईओयू की टीम ने बीते 4 मार्च को नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर बलबा गांव में उसके घर इश्तेहार चिपकाया जा चुका है. सीबीआई इस मामले में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश समेत करीब 33 स्थानों पर छापेमारी कर करीब 36 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें से 15 लोगों को बिहार पुलिस ने पकड़ा है. संजीव मुखिया के घर और ऑफिस पर तीन बार छापेमारी की चुकी है. संजीव मुखिया के ठिकानों से 11.5 लाख रुपये नकद, कई वाहनों के कागजात, दर्जनभर से अधिक मोबाइल फोन और लैपटॉप आदि बरामद किया है. संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था़

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