संवाददाता, पटना
नीट-यूजी पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने वालों को 3 लाख का इनाम दिया जायेगा. इसके अलावा दो अन्य वांछित नालंदा जिले के शुभम कुमार और अरवल के राज किशोर कुमार के बारे में सूचना देने वाले को एक-एक लाख का इनाम दिया जायेगा. आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने राज्य गृह विभाग को मुखिया पर इनाम की सिफारिश भेजी थी़ , जिसे 10 अप्रैल को स्वीकृति मिल चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पहचान न उजागर करने की शर्त पर बताया कि संजीव मुखिया के नेपाल- भूटान में छिपे होने की संभावना अधिक है, जिससे इओयू की निर्भरता केंद्रीय एजेंसियों पर बढ़ गई है़ ईओयू ने बिहार और अन्य राज्यों में लगातार छापेमारी की है़
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घर पर चिपकाया जा चुका है इश्तेहार
करीब नौ महीने से फरार चल रहे संजीव कुमार की गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण न करने पर ईओयू की टीम ने बीते 4 मार्च को नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर बलबा गांव में उसके घर इश्तेहार चिपकाया जा चुका है. सीबीआई इस मामले में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश समेत करीब 33 स्थानों पर छापेमारी कर करीब 36 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें से 15 लोगों को बिहार पुलिस ने पकड़ा है. संजीव मुखिया के घर और ऑफिस पर तीन बार छापेमारी की चुकी है. संजीव मुखिया के ठिकानों से 11.5 लाख रुपये नकद, कई वाहनों के कागजात, दर्जनभर से अधिक मोबाइल फोन और लैपटॉप आदि बरामद किया है. संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था़डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है