Metro City in Patna : पटना मेट्रो परियोजना का कार्य जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, शहरवासियों के उत्साह और उम्मीदें भी उससे कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ती जा रही हैं. राजधानी के लोग इस परियोजना को सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं, बल्कि शहर के कायाकल्प के रूप में देख रहे हैं. मेट्रो न सिर्फ लोगों की आवाजाही को आसान बनायेगी, बल्कि पटना के सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को भी नयी दिशा देगी. पटना मेट्रो का पहला चरण मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक लगभग 6.5 किलोमीटर लंबा होगा. इस पूरे रूट पर, खासकर मेट्रो स्टेशनों के आस पास डेढ़ किलोमीटर के दायरे में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है. यहां न केवल नये भवन और मार्केट खुल रहे हैं, बल्कि दुकान, रूम, मॉल आदि के किराये में भी काफी अधिक वृद्धि हो रही है. लोगों में यह विश्वास बढ़ा है कि मेट्रो की सुविधा उनके जीवन स्तर को एक नया आयाम देगी.
अंतिम चरण में है मलाही पकड़ी मेट्रो स्टेशन निर्माण
मेट्रो परियोजना से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले इलाकों में कंकड़बाग प्रमुख है. यहां मलाही पकड़ी मोड़ पर मेट्रो स्टेशन निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. स्टेशन के इर्द-गिर्द जैसे-जैसे निर्माण पूरा हो रहा है, वैसे-वैसे इलाके में तेजी से नये व्यवसायों की शुरुआत हो रही है. बिग्स मेगा मार्ट, आसमान फ्रेश ग्रोसरी शॉप और पटना बाजार जैसे बड़े आउटलेट्स अब लोगों की पहुंच में हैं. एक ही छत के नीचे रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं मिलने से स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत हो रही है.
व्यावसायिक विकास के साथ रोजगार भी बढ़ेगा
मेट्रो के आगमन से केवल बुनियादी ढांचा ही नहीं, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं. बड़े-बड़े स्टोर्स और दुकानों के खुलने से स्थानीय युवाओं को नौकरियां मिलने लगी हैं. मकान मालिकों ने भी इस अवसर को भांपते हुए अपने घरों के नीचे दुकानें खोल दी हैं. स्थानीय निवासी रामप्रवेश सिंह बताते हैं कि पहले सेक्टर 64, 65 और 66 जैसे इलाकों में गिनती की दुकानें थीं. अब कपड़े, किराना और दवाइयों की कई दुकानें खुल गयी हैं, जिससे लोगों की जरूरतें स्थानीय स्तर पर पूरी हो रही हैं.
शहरी सौंदर्यीकरण भी देखने को मिल रहा
मेट्रो परियोजना के चलते न केवल निर्माण कार्य में तेजी आयी है, बल्कि शहरी सौंदर्यीकरण भी देखने को मिल रहा है. सड़कों का चौड़ीकरण, गलियों का विकास और ट्रैफिक की समस्या का समाधान धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है. साथ ही, सार्वजनिक परिवहन की बेहतर सुविधा से शहर में प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद है.
ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, शहर की सोच भी बदलेगी
पटना मेट्रो सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि यह शहर की सोच, उसके विजन और विकास की परिभाषा को दर्शाता है. पटनाइट्स को न केवल मेट्रो की सुविधा का इंतजार है, बल्कि उन्हें भरोसा है कि इससे उनका शहर अधिक आधुनिक, स्मार्ट और रहने योग्य बनेगा. पटना अब केवल इतिहास का शहर नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य की पटरी पर दौड़ता हुआ एक नया, जीवंत शहर बनेगा.
मकान, अपार्टमेंट व मैरिज हॉल को किया जा रहा डेवलप
मेट्रो के पहले फेज के रूट में मलाही पकड़ी के बाद बाइपास स्थित खेमनीचक में मेट्रो स्टेशन निर्माण कार्य जारी है. खेमनीचक व आसपास के इलाके में दुकानों की संख्या में वृद्धि की दर थोड़ी कम देखी जा रही है. लेकिन, इस इलाके में मकान, अपार्टमेंट और मैरेज हॉल की संख्या में वृद्धि हुई है. खेमनीचक मेट्रो स्टेशन के दाईं ओर होटल और मैरिज होटल ग्रैंड इन, कृष्णा वाटिका, होटल सनसेट इन के साथ ही अन्य मैरेज हॉल को डेवलप किया जा रहा है.
मकान और फ्लैट्स के रेंट में 30% तक का हुआ इजाफा
खेमनीचक मेट्रो स्टेशन के दाईं ओर नवनिर्मित बहुमंजिला अपार्टमेंट भी निर्माणाधीन है. इसके अलावा स्टेशन के बाईं ओर से भूतनाथ रोड इलाके की ओर से जाने वाली सड़कों में भी अपार्टमेंट की संख्या में वृद्धि हुई है. इस सड़क में भी पहले की तुलना में स्नैक्स स्टोर और किराना स्टोर खुलने लगे हैं. इस इलाके में मेट्रो की कनेक्टिविटी होने की वजह से मकान, फ्लैट और दुकानों के किराये में पिछले डेढ़ साल में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि आयी है. इस इलाके में रहने वाले सुरेंद्र सिंह बताते हैं- पहले खेमनीचक, नंदलाल छपरा, जगनपुरा, पत्रकार नगर इलाके में छह पांच से छह हजार रुपये में मकान और फ्लैट मिल जाता था. लेकिन अब 9-10 हजार रुपये प्रति माह के दर से फ्लैट और मकान का किराया हो गया है.
मेट्रो शुरू होने से बढ़ी जाम की आशंका, पार्किंग पर उठे सवाल
मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक शुरू होने जा रही मेट्रो सेवा को लेकर जहां एक ओर लोगों में उत्साह है, वहीं दूसरी ओर जाम की आशंका ने चिंता भी बढ़ा दी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले ही स्कूल और ऑफिस समय में यहां की सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है. अब मेट्रो चालू होने के बाद ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की संख्या और बढ़ेगी, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है. स्थानीय निवासी रंजीत सिंह का कहना है- ‘एक ओर जहां वर्षों से मेट्रो निर्माण के चलते लोगों को जाम की परेशानी झेलनी पड़ी, वहीं अब मेट्रो शुरू होने के बाद भी राहत की उम्मीद कम है. मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है, जिससे ट्रैफिक का दबाव और बढ़ेगा’.
स्थानीय लोगों ने कहा- कुल मिलाकर सफर को आसान बनायेगी मेट्रो
- पिछले दो वर्षों में मलाही पकड़ी इलाके में 100 से अधिक छोटी-बड़ी दुकानें खुल चुकी हैं. मेट्रो से कंकड़बाग और बस स्टैंड आने-जाने में सुविधा होगी.– अमित, दुकानदार
- मेट्रो स्टेशन बनने से मकान और फ्लैट के किराए में करीब 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. इससे छात्रों को रहने में मुश्किल हो रही है, लेकिन सफर में समय की बचत मेट्रो का सबसे बड़ा फायदा है. – राज, विद्यार्थी
- खेमनीचक से भूतनाथ रोड तक की सड़क पर पहले कुछ ही दुकानें थीं, लेकिन अब यहां होटल, स्नैक्स शॉप और रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी दुकानें खुल चुकी हैं. मेट्रो ने इलाके के व्यवसाय को गति दी है. – नंदन, दुकानदार
- इस एरिया में पहले 5-6 हजार रुपये में मकान किराये पर मिल जाता था, लेकिन अब 10 हजार रुपये से कम में कुछ भी मिलना मुश्किल हो गया है. किराए की यह बढ़ोतरी आम लोगों की पहुंच से बाहर है. – मंजू, शिक्षिका
Also Read: बिहार में बारिश और वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी, अगले तीन दिनों के अंदर दिखेगा बारिश और बाढ़ का कहर