संवाददाता, पटना :
नये सत्र में कक्षा छह से आठ के बच्चों के सिलेबस को समय पर पूरा कराने के उद्देश्य से जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से सोमवार को आयोजित ऑनलाइन बैठक में दिशा-निर्देश दिया गया. शिक्षकों को प्रति माह अलग-अलग विषय के तीन से चार चैप्टर को पूरा करना है. बैठक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को बताया गया कि कक्षा छह से आठ के बच्चों को पाठ्यक्रम से जुड़े प्रोजेक्ट तैयार कर पढ़ाना अनिवार्य है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि शिक्षकों को अलग-अलग विषय के अनुसार तीन से चार चैप्टर प्रत्येक माह पूरा करना होगा. उन्होंने बताया कि छुट्टी को छोड़ कर जितने दिन क्लास संचालित किये जायेंगे, उसी के अनुसार चैप्टर को डिवाइड किया गया है. शेड्यूल के अनुसार ही शिक्षकों को पढ़ाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही स्कूलों के प्रधान को प्रति माह की रिपोर्ट प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को सौंपनी होगी. डीइओ संजय कुमार ने बताया कि यह व्यवस्था इसलिए लागू की गयी है कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए समय पर सिलेबस पूरा कर सकें. उन्होंने बताया कि समय पर सिलेबस पूरा होने पर विद्यार्थियों को रिविजन क्लास करने का भी अवसर मिलेगा. इसके साथ ही परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा.प्रोजेक्ट तैयार कर बच्चों को पढ़ायेंगे शिक्षक
जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चे जो विषय पढ़ेंगे, उक्त विषय पर प्रोजेक्ट तैयार कर शिक्षक कक्षाओं के करके दिखायेंगे. एससीइआरटी ने प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न चरणों में शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया है. विज्ञान के साथ ही अन्य विषय के पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के तहत बच्चों को पढ़ाने का निर्देश दिया गया है. डीइओ संजय कुमार ने कहा कि प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पद्धति के माध्यम से शिक्षकों को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.
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