संवाददाता, पटना
सीबीएसइ ने कक्षा 10वीं में बेसिक गणित पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कक्षा 11वीं में स्टैंडर्ड गणित लेने की अनुमति दे दी है. लेकिन यह स्कूलों को ही तय करना होगा कि विद्यार्थियों के पास कक्षा 11वीं में स्टैंडर्ड गणित लेने की योग्यत है या नहीं. इसके लिए स्कूल की ओर से विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जायेगा. सीबीएसइ के सिटी को-ऑर्डिनेटर एसी झा ने बताया कि कक्षा 10वीं में जिन विद्यार्थियों ने बेसिक गणित से पढ़ाई की है. वह कक्षा 11वीं में स्टैंडर्ड गणित ले सकते हैं. लेकिन विद्यार्थी कक्षा 11वीं में स्टैंडर्ड गणित के योग्य हैं या नहीं इसका मूल्यांकन स्कूल स्तर पर होगा. सीबीएसइ ने पिछले कुछ सत्रों में महामारी और अन्य कारणों से बेसिक गणित लेने वाले छात्रों को 11वीं और 12वीं में स्टैंडर्ड गणित लेने की छूट दी थी. शैक्षणिक सत्र 2025-26 से आगे के लिए बोर्ड की ओर से यह निर्णय लिया गया है. इसे अब 2025-26 सत्र के लिए भी जारी रखा जायेगा. इसलिए जिन्होंने बेसिक गणित लिया है, वे भी कक्षा 11वीं में स्टैंडर्ड गणित ले सकते हैं. हालांकि ऐसे विद्यार्थियों को स्टैंडर्ड गणित लेने की अनुमति देने से पहले विद्यालय या संस्थान प्रमुख को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थियों में स्टैंडर्ड गणित पढ़ने की योग्यता और रुचि है या नहीं. इसके साथ ही स्कूल के प्रचार्यों को अभिभावकों को भी यह जानकारी देना है, ताकि वे उचित निर्णय ले सकें. एक बार विषय एलओसी (लिस्ट ऑफ कैंडीडेट) में भरने के बाद उसमें कोई परिवर्तन स्वीकार्य नहीं होगा. 30 मई से सप्लिमेंट्री परीक्षा फॉर्म भरने का सीबीएसइ ने तिथि जारी कर दी है. इसमें 30 मई से 17 जून तक ऑनलाइन फॉर्म भरा जायेगा. इसके अलावा लेट फाइन के साथ 19 जून तक की तिथि निर्धारित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है