प्रतिनिधि, फतुहा भारत माला प्रोजेक्ट में किसानों की जमीन को उचित मुआवजा नहीं मिलने को ले किसान महीनों से धरना पर बैठे हुए हैं. शुक्रवार को किसानों ने इस योजना के तहत कच्ची दरगाह से रामनगर तक बनने वाली सड़क के शिलान्याश के मौके पर किसानों ने प्रदर्शन किया. शुक्रवार को फ़तुहा के सुकुलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान किसानों ने पूर्व सांसद और भाजपा नेता रामकृपाल यादव के सामने हंगामा और प्रदर्शन किया. इसी कार्यक्रम के तहत रामकृपाल यादव ने 1083 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली रामनगर-कच्ची दरगाह खंड की 14.5 किलोमीटर लंबी सिक्सलेन सड़क का शिलान्यास झंडी दिखाकर फतुहा के सुकुलपुर गांव के पास किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे, जो उद्घाटन के समय उग्र हो गए और कार्यक्रम स्थल से बाहर आकर प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारी किसानों में मनीष कुमार, धर्मेंद्र सिंह, कमलेश सिंह, छोटू सिंह आदि शामिल थे. किसानों का आरोप है कि भारत सरकार द्वारा भारत माला प्रोजेक्ट में उनकी जमीन अधिग्रहीत की जा रही है और उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है. किसानों का कहना है कि वे इस मांग को लेकर महीनों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. किसानों का कहना था कि जबतक उनके जमीन का चौगुना मुआवजा नहीं मिलेगा निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा. किसानों के बढ़ते आक्रोश और प्रदर्शन को देखते हुए किसान नेता व पूर्व मुखिया देव कुमार सिंह, अभिमन्यु यादव, इंजीनियर गोपालशंकर सिंह और पटना सदर प्रमुख प्रतिनिधि नरेशचंद्र यादव जैसे स्थानीय नेताओं ने उन्हें समझाने-बुझाने का प्रयास किया, जिसके बाद किसान शांत हुए. किसानों के आक्रोश के देखते हुए पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि किसानों की मांगों को वरीय संबंधित पदाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और उनकी समस्या के समाधान के लिए पहल की जाएगी. इस दौरान पटना सिटी के एसडीओ सत्यम सहाय, एनएचएआइ के प्रबंधक अतुल पुंडीर, कार्यपालक अभियंता आलोक कुमार ठाकुर, सहायक अभियंता जुनैद अली, अपर जिला भू-अर्जन अधिकारी प्रवीण कुमार, फतुहा एसडीपीओ-1 निखिल कुमार आदि थे.
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