– जू के मछली घर में बढ़ी विजिटर्स की संख्या, 35,921 लोग पहुंचे जून में
लाइफ रिपोर्टर@पटना
संजय गांधी जैविक उद्यान (पटना जू) में गर्मी की छुट्टियों के दौरान विजिटर्स की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. परिवारों के साथ आये लोग यहां न केवल जानवरों को देखने का आनंद ले रहे हैं, बल्कि बोटिंग और मछली घर का भी पूरा लुत्फ उठा रहे हैं. खासकर मछली घर में आकर लोग रंग-बिरंगी और आकर्षक मछलियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं. पिछले कुछ दिनों में मछली घर में आने वाले विजिटर्स की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है, जो इस स्थान के आकर्षण को और बढ़ाती है.मछली घर की संरचना बहुत ही दिलचस्प और अनूठी है. यह झील के एक टापू पर स्थित है, जहां तक पहुंचने के लिए टिकट लिया जाता है. व्यस्कों के लिए टिकट की कीमत 20 रुपये और बच्चों के लिए 10 रुपये है. मछली घर की एंट्री मछली के मुंह से होती है और एग्जिट उसके पूंछ से, जिससे बच्चों और परिवारों के लिए यह और भी रोमांचक बन जाता है. मछली घर में 47 प्रकार की मछलियां और दो प्रजातियों के कछुए मौजूद हैं. यहां की सबसे खास बात यह है कि मछलियां अपनी स्वाभाविक तापमान में तैरती हैं और उनके देखभाल करने वाले लोग तीन शिफ्टों में काम करते हैं. मछलियों को हर दिन सुबह और शाम भोजन दिया जाता है और एक्वेरियम की सफाई भी नियमित रूप से की जाती है.
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1993 में हुआ था उद्घाटन मछली घर का उद्घाटन 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने किया था. 1202 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में बने इस मछली घर को इसके यूनिक डिजाइन और विभिन्न प्रकार की मछलियों के कारण एक प्रमुख आकर्षण के रूप में जाना जाता है. यहां की मछलियों में एलिगेटर गार, पिंक टेट्रा, पिराहना, फ्लावर हॉर्न और टाइगर शार्क जैसी मछलियां शामिल हैं, जो हर किसी को आकर्षित करती हैं. ………………. समर वेकेशन में विजिटर्स की बढ़ी संख्यागर्मी की छुट्टियों में पटना जू में विजिटर्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. जनवरी से लेकर 18 जून तक के आंकड़े यह दिखाते हैं कि मछली घर में आने वाले लोगों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है. जनवरी में 47,617, फरवरी में 46,090 और जून (18 जून तक) में 35,921 विजिटर्स ने इस स्थान का दौरा किया.
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