संवाददाता, पटना
रेलवे स्टाफ व कोच अटेंडेंट की मिलीभगत से मगध एक्सप्रेस के एसी कोच से शराब की खेप पटना लायी जा रही थी. इसका खुलासा उस समय हुआ जब जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने 21 मई को छापेमारी की और पांच लोगों को अंग्रेजी शराब की खेप के साथ पकड़ लिया. पकड़े गये लोगों में दुल्हिन बाजार के छोटी खरवा निवासी व बी 5 के कोच अटेंडेंट रामजीवन पंडित, नालंदा के चंडी निवासी राजीव कुमार, झारखंड के रांची के हटिया रेलवे कॉलोनी निवासी व हटिया में रेल विद्युत विभाग में टेक्नीशियन ग्रेड 1 के पद पर कार्यरत संजय कुमार, वैशाली के हसनपुर निवासी व बी 1 कोच के अटेंडेंट चंदन कुमार व नालंदा के नूरसराय निवासी व एसी कोच ए 1 के अटेंडेंट प्रेम कुमार गुप्ता शामिल हैं. इन लोगों के पास से 180 एमएल का 101 बोतल अंग्रेजी शराब और पांच मोबाइल फोन बरामद किया गया है. शराब की बोतल पर उत्तरप्रदेश अंकित है. इन लोगों ने पुलिस को यह जानकारी दी है कि अटेंडेंट चंदन कुमार ही हमलोगों को शराब की खेप पटना लाने के लिए कहते हैं और वही डिलीवरी देते हैं. वे केवल उसे ट्रेन से पटना लाते हैं. हालांकि इंचार्ज चंदन कुमार फिलहाल फरार हैं. इस मामले में छह लोगों के खिलाफ में पटना जंक्शन जीआरपी में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
बताया जाता है कि यूपी से शराब की खेप को कई दिनों से पटना लाया जा रहा था और इस काम में कोच अटेंडेंट व रेलवे स्टाफ शामिल थे. ये लोग बेडरॉल केबिन व एसी पैनल में शराब की खेप को छिपा देते थे और पटना जंक्शन ट्रेन आने पर उतार लेते थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है