दानापुर. पिछले तीन दिनों में गंगा के जलस्तर में सवा तीन फुट की वृद्धि हुई है. शनिवार को देर शाम गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दियारा क्षेत्र के निचले और तटवर्तीय इलाका जलमग्न हो गया है. सैकड़ों बीघे में लगी फसल डूब गयी है. दियारे की सात पंचायतों के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं. दर्जनों स्कूलों में पानी घुस गया है. एक से दो फुट गंगा के जलस्तर बढ़ने से पूरे दियारा जल मग्न हो जायेगा. इधर, पुनपुन नदी खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं प्रति घंटा नदी के जलस्तर में एक सेंटी मीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है.
बताया जाता है कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य को लेकर बीएलओ व शिक्षक बाढ़ के पानी में घुसकर जाने को विवश हैं. शनिवार को शाम में देवनानाला पर गंगा का जलस्तर 167 फुट रिकॉर्ड दर्ज किया गया. कनीय अभियंता नीतीश कुमार ने बताया कि गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है. पूर्व जिला पार्षद ओम प्रकाश यादव, सोनू यादव, वकील राय, संजय सिंह व रामभजन सिंह यादव ने सीएम और आपदा प्रबंधन मंत्री समेत अधिकारी से सरकारी स्तर पर नाव परिचालन के साथ बचाव और राहत कार्य चलाने की मांग की है. एसडीओ दिव्या शक्ति ने बताया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासन सजग है. 22 नाव का निबंधित करा लिया गया है.पुनपुन में निर्माणाधीन सस्पेंशन ब्रिज का सपोटिंग एंगल बहा
मसौढ़ी. पुनपुन नदी का जलस्तर अचानक शुक्रवार से बढ़ने लगा. इस बीच शुक्रवार रात पुनपुन नदी में निर्माण सस्पेंशन ब्रिज का नदी में लगा सपोटिंग एंगल कुछ जगहों को छोड़कर बह गया. जिससे निर्माण कार्य फिलहाल बंद हो गया. केन्द्रीय जल आयोग के स्थानीय कर्मी जलालुउद्धीन ने बताया कि जिस प्रकार नदी का जलस्तर बढ़ रहा है उससे यह संभावना बन रही है कि नदी के तटबंध पर दबाव बढ़ गया है और प्रखंड के निचले हिस्से में नदी का पानी ओवरफ्लो होकर निचले इलाकों में न फैल जाये. इधर स्थानीय प्रशासन पटना बचाओ सुरक्षा बांध पर गश्त तेज कर दी है और समय समय पर सुरक्षा बांध का जायजा टीम के द्वारा लिया जा रहा है.
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