बिहार में मौसम का कहर फिर एकबार देखने को मिला. मौसम का मिजाज बदला और आंधी-पानी का दौर अचानक शुरू हुआ तो आसमान से काल बनकर बिजली भी गिरी. गया में आंधी-पानी और वज्रपात से तीन लोगों की मौत हुई है. बिहार के अन्य जिलों में भी हादसे हुए हैं. कई लोगों के जख्मी होने की भी जानकारी सामने आयी है.
दीवार ढहने से बच्चों की मौत
गया में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गयी. गुरुआ थाना क्षेत्र की यह घटना है जहां शनिवार की दोपहर को अचानक आयी आंधी-तूफान और बारिश से अलग-अलग दो गांवो में हादसे हो गए. दीवार गिरने से एक किशोर समेत दो लोगो की मौत हो गयी, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये.
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बच्चों पर गिरी दीवार, मासूम की मौत
गुरुआ के सिद्धार्थपुर गांव में तीन किशोर उपेंद्र मांझी का 10 वर्षीय बेटा रंजीत कुमार, सुनील कुमार का सात वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार और जितेंद मांझी का छह साल का बेटा विकास कुमार मिलकर खेल रहे थे. अचानक तेज हवा और बारिश शुरू हुई तो खुद को इससे बचाने के लिए एक दीवार के पास तीनों खड़े हो गये थे. इसी दौरान अचानक दीवार ढह गयी. तीनों बच्चे दीवार के मलबे के नीचे ही दब गए. हादसे में रंजीत की मौत मौके पर ही हो गयी.
दीवार ढहने से फर्नीचर दुकानदार की मौत
दूसरी घटना उपरडीह मोहल्ले की है. जहां एक गढ़ की दीवार ढह गयी और 50 वर्षीय फर्नीचर दुकानदार रामुदित शर्मा व शेरपुर गांव के वतन मेधावी गंभीर रूप से जख्मी हो गए. उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. सीएचसी गुरुआ में प्राथमिक उपचार के बाद रामुदित शर्मा को मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया गया. रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
वज्रपात से मजदूर की मौत
गया के आमस थाना क्षेत्र में मौसम बिगड़ने के बाद ठनका गिरने से चपेट में आकर एक मजदूर की मौत हो गयी. महुआवां मोरहर नदी बालू घाट के पास यह घटना हुई. मजदूर नदी में ट्रक्टर पर बालू लोड कर रहा था, तभी अचानक ठनका गिर गया.
बालू लोड करने के दौरान गिरा ठनका
मगध विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के औरा गांव निवासी सूरज कुमार नदी में ट्रक्टर पर बालू लोड कर रहा था. अचानक आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिरी और झुलसकर उसकी मौत हो गयी. सूरज पिछले पांच साल से अपने ससुराल महुआवां में रहकर मजदूरी कर रहा था.