पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या मामले में गिरफ्तार हुए शूटर उमेश यादव ने तो पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया, लेकिन मास्टरमाइंड अशोक साव खुद को बेगुनाह ही बता रहा है. लेकिन जांच के दौरान मोबाइल लोकेशन ने सारे राज बाहर ला दिए. जिस समय गोपाल खेमका का मर्डर हुआ उस वक्त अशोक साव गांधी मैदान इलाके में ही मौजूद था. जहां गोपाल खेमका को गोली मारी गयी. सोमवार को पुलिस ने गांधी मैदान इलाके में क्राइम सीन रीक्रिएट भी किया.
मोबाइल लोकेशन से धराया अशोक साव का झूठ
अशोक साव शुरुआती पूछताछ में पुलिस के सामने खुद को बेगुनाह बताता रहा. पूछताछ और तकनीकी साक्ष्य बताते हैं कि मर्डर के वक्त अशोक साव गांधी मैदान इलाके में ही था. वहीं इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड और लाइनर भी था. अशोक साव बार-बर उमेश यादव को गोपाल खेमका के बारे में अपडेट दे रहा था. पुलिस इस घटना का साक्ष्य जमा कर रही है ताकि दोनों को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलायी जा सके.
बरामद पिस्टल को जांच के लिए भेजा गया
अशोक साव और उमेश यादव के पास से जो पिस्टल पुलिस ने बरामद किए हैं उसकी बैलिस्टिक जांच के लिए एफएसएल को भेजा गया है. जिससे साफ हो जाएगा कि किस पिस्टल से फायरिंग की गयी थी. पुलिस ने दोनों से पूछताछ कर तमाम सबूत को भी इकट्ठा कर लिया है. पूछताछ में फिलहाल किसी तीसरे शख्स का नाम सामने नहीं आया है. एक आरोपी को पूर्व में ही पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया है जो हथियार सप्लायर था. पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पूछताछ में कुछ और जानकारी हाथ लगी है. जिसे समय काम हो रहा है. पुष्टि होने पर इसकी जानकारी दी जाएगी.
मर्डर केस का क्राइम सीन रीक्रिएट करवाया गया
वहीं, गोपाल खेमका मर्डर केस का क्राइम सीन रीक्रिएट सोमवार को किया गया. पटना सिटी और गांधी मैदान इलाके में पुलिस ने सीन रीक्रिएट करवाया. मास्टरमाइंड अशोक साव और शूटर उमेश यादव को पटना पुलिस कड़ी सुरक्षा में लेकर आयी. जहां उससे कई बिंदुओं पर पूछताछ किया गया. यह पता किया गया कि उमेश पटना सिटी से गांधी मैदान कैसे पहुंचा और फिर हत्या करके कैसे वहां से भाग निकला था.