Gopal Khemka Murder: पटना में मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या शुक्रवार की रात 11:30 बजे के करीब कर दी गयी. पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. सुपारी देकर हत्या करवाने की आशंका है. पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं और अपराधियों के बेहद करीब होने की बात कही जा रही है. बेऊर जेल में भी छापेमारी हुई. कई अपराधियों से पूछताछ की गयी. जानकारी मिल रही है कि गोपाल खेमका की हत्या की साजिश अपराधियों ने 10 दिन पहले ही रची थी. लेकिन वो तय समय पर हत्या नहीं कर पाए थे.
जेल में बंद अजय वर्मा और गुर्गों से हुई पूछताछ
गोपाल खेमका हत्याकांड मामले में एसआइटी पटना से लेकर हाजीपुर तक छापेमारी कर रही है. बेऊर जेल में छापेमारी के दौरान कई अहम जानकारी पुलिस को मिली है. हाजीपुर और पटना सिटी से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. जेल में बंद सुल्तानगंज के अजय वर्मा और उसके तीन गुर्गों समेत अन्य लोगों से पुलिस ने लंबी पूछताछ की थी. इस हत्याकांड के तार गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या मामले से भी जुड़े होने की आशंका है. हालांकि पुलिस हत्याकांड का खुलासा करेगी.
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10 दिन पहले हुई थी मर्डर की तैयारी, लेकिन…
गोपाल खेमका की हत्या करने से पहले लाइनर और शूटर दलदली रोड में जुटे थे. तीनों ने एकसाथ वहां चाय पी. उसके बाद शूटर गोपाल खेमका के आवास पहुंचा था. लाइनर और शूटर हत्या के लिए 10 दिन पहले से तैयार थे. जानकारी मिली है कि 10 दिन पहले ही गोपाल खेमका की हत्या की साजिश रची जा चुकी थी. लेकिन STF और दिल्ली पुलिस की एक कार्रवाई के कारण गोपाल खेमका की हत्या का समय बदल दिया गया.
हत्या से पहले पूरी रेकी की गयी
गोपाल खेमका की हत्या से पहले पूरी रेकी की गयी. एक लाइनर गोपाल खेमका पर नजर रख रहा था. गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब में थे. लेकिन वहां इसलिए हत्या नहीं हो सकी क्योंकि क्लब के पास कई लोग मौजूद थे. इसलिए तय हुआ कि गोपाल खेमका को उनके आवास के पास ही मारा जाएगा. शूटर गोपाल खेमका के आवास के बाहर खड़ा रहा.
शूटर को किया अलर्ट, खेमका के पहुंचते ही मारी गोली
जब गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से निकले तो शूटर को लाइनरों ने अलर्ट कर दिया. सूचना मिलते ही शूटर गोपाल खेमका के गेट के बाहर पहुंच गया. जैसे ही खेमका अपनी कार चलाकर वहां पहुंचे, शूटर ने उन्हें गोली मार दी. पुलिस ने जेल में बंद अजय वर्मा से पूछताछ की है.
24 जून को अजय वर्मा अपने गुर्गों के साथ धराया था
24 जून को अजय वर्मा और उसके 4 गुर्गों को एसटीएफ और दिल्ली पुलिस ने छापेमारी करके गिरफ्तार किया था. जर्मन मेड पिस्टल और बड़ी संख्या में कारतूस भी बरामद हुए थे. गोपाल खेमका हत्याकांड में भी अजय वर्मा का नाम उछला है. हालांकि पुलिस जांच के बाद ही गोपाल खेमका हत्याकांड की हकीकत सामने आएगी.