Gopal Khemka Murder: पटना के चर्चित कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड में अब एक नया और चौंकाने वाला पहलू सामने आया है. प्रेस कांफ्रेंस में DGP ने बताया कि सनसनीखेज मर्डर को अंजाम देने वाले शूटर उमेश यादव ने हत्या की सुपारी में मिले पैसे से अपने बच्चों की स्कूल फीस भरी थी. हत्या के बाद वह आम नागरिक की तरह व्यवहार कर रहा था, ताकि शक की कोई गुंजाइश न बचे. गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में उमेश ने बताया कि हत्या के बाद ही उसने अपने बच्चों के स्कूल में फीस जमा कराई.
सुपारी के पैसे का इस्तेमाल घरेलू खर्चों में
हत्या की सुपारी के तौर पर उमेश को 50 हजार रुपये एडवांस और बाद में कुल 4 लाख रुपये देने की डील हुई थी. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि मिले हुए पैसों का एक हिस्सा बच्चों की फीस, घर के खर्च और बाइक की मरम्मत में खर्च किया गया. पुलिस को उसके घर से कुछ रकम नकद और हथियार बरामद हुए.
CCTV से आरोपी तक पहुंची पुलिस
DGP ने बताया कि घटना के बाद पूरे शहर के CCTV फुटेज को खंगाला गया. आरोपी की पहचान कपड़ों और बाइक के जरिए की गई. जिस इलाके में आरोपी आखिरी बार कैमरे में दिखा, वहां से उसके घर तक का पूरा रूट ट्रेस किया गया. पुलिस जब उमेश यादव के घर पहुंची तो घटना के समय पहने गए कपड़े, जूते और हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार वहीं से बरामद हुआ. उमेश को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया.
राजा ने किया हत्या करने इनकार तो खुद कर दिया मर्डर
पूछताछ के दौरान शूटर उमेश यादव ने खुलासा किया कि बिल्डर अशोक साव ने गोपाल खेमका की हत्या के लिए उसे सुपारी दी थी. दोनों की मुलाकात नालंदा में एक शादी समारोह में हुई थी, जहां से संबंध शुरू हुआ. उमेश ने अपने ही इलाके के शूटर विकास उर्फ राजा को हत्या करने को कहा. लेकिन उसने ज्यादा पैसों की डिमांड कर दी. जिसके बाद उमेश ने ही हत्या कर दी.
अब सख्त कार्रवाई की तैयारी
अब पुलिस इस केस को कोर्ट में मजबूत तरीके से पेश करने की तैयारी में है. उमेश की गिरफ्तारी और उससे जुड़ी आर्थिक गतिविधियों की पूरी पड़ताल की जा रही है. इस बात की भी जांच हो रही है कि क्या हत्या के पैसे से सिर्फ स्कूल फीस ही भरी गई या और भी लेन-देन हुए हैं.
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