चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर, अखिल विश्व गायत्री परिवार की युवा इकाई प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ (पटना) की ओर से गायत्री शक्तिपीठ कंकड़बाग में एक ऐतिहासिक सामूहिक गायत्री महामंत्र साधना का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हजारों युवा लड़के और लड़कियों ने गायत्री महामंत्र का जाप किया और पूरे नौ दिनों में कुल 3 करोड़ 51 लाख गायत्री मंत्रों का उच्चारण किया. सामूहिक साधना का प्रमुख उद्देश्य था-मनुष्य के भीतर देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण और समाज के उज्जवल भविष्य की कामना. इस साधना का आयोजन विश्व कल्याण और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए किया गया. भारतीय संस्कृति में गायत्री महामंत्र को अत्यंत पवित्र माना जाता है और इसे जननी के रूप में पूजा जाता है, जबकि यज्ञ को पिता माना जाता है. गायत्री मंत्र का जप मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत है, जो न केवल व्यक्तित्व को संतुलित करता है बल्कि वातावरण की शुद्धि में भी सहायक होता है. इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति सोमवार को सुबह छह बजे यज्ञ के माध्यम से की गयी. इस अवसर पर प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ, बिहार के प्रमुख सदस्य मनीष कुमार, निशांत रंजन, प्रिंस रंज, राजीव और अन्य प्रकोष्ठ सदस्य उपस्थित रहे. यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक एकता और साधना के महत्व को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि युवा पीढ़ी के भीतर भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है. इस प्रकार के आयोजन समाज में सामूहिक जागरूकता और सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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