संवाददाता,पटना इस महीने में पश्चिमी बिहार में हीट वेव (लू ) की आशंका सामान्य से अधिक है. यहां लू वाले दिनों की संख्या दो से तीन दिन तक संभावित है. राज्य के शेष हिस्सों में उच्चतम तापमान सामान्य या सामान्य से कुछ अधिक रह सकता है. हालांकि मई में यहां लू की आशंका का पूर्वानुमान जारी नहीं किया गया है. इस तरह पिछले साल की तुलना में मई कुछ कम तपेगा. यह राहत की बात है. आइएमडी पटना के पूर्वानुमान के अनुसार मई में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार है. यह संभावना सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक तक हो सकती है. राज्य के पूर्वी हिस्से में उच्चतम तापमान मई में सामान्य से कम और उत्तर-मध्य भागों में सामान्य और शेष हिस्से में उच्चतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं. मई माह में सामान्य बारिश होने की संभावना हे. इस साल मार्च और अप्रैल में राज्य में बरसात सामान्य से अधिक रही है.
आज उत्तर-पश्चिम और दक्षिण बिहार में आंधी-पानी के आसार-अगले 48 घंटे में राज्य के उच्चतम तापमान में दो से चार डिग्री का इजाफा संभव है. इस बीच तीन मई को राज्य के उत्तर-पश्चिम और दक्षिणी बिहार के भागों में आंधी-पानी,ठनका आदि मौसमी घटनाक्रम देखे जा सकते हैं.प्री मानसून:: पिछले पांच साल में इस बार अप्रैल हुई सबसे अधिक बारिश
पटना: अप्रैल महीने में इस बार पांच सालों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गयी है. इस घटनाक्रम को जलवायु परिवर्तन से जुड़ा माना जा रहा है. इस साल हुईकुछ विशेष जगहों पर बारिश की ये रही स्थिति—
– पटना में इस साल 60.8 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है. ,जबकि 2021,2022 में शून्य, 2023 में चार और 2024 में बारिश शून्य रही थी.– गया में 2021,2022 में शून्य, 2023 में 4.6, 2024 में 0.2और इस बार सबसे अधिक 26.5 मिलीमीटर बारिश हुई.
-भागलपुर 2021 में शून्य, 2022 में 2.2, 2023 में 58.6,2024 में शून्य और इस बार सबसे अधिक 76.1 एमएम बारिश हुई है.-मुजफ्फरपुर में 2021 में 9, 2022 में 0.4, 2023 में 9, 2024 में शून्य और 2025 में सबसे अधिक 21.4 एमएम बारिश दर्ज की गयी है. नोट- इसी तरह इस साल अप्रैल में पिछले पांच साल में सुपौल, छपरा, दरभंगा, पूर्णिया और वाल्मीकिनगर में भी सर्वाधिक बारिश दर्ज की गयी है.
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