संवाददाता, पटना : पटना जिले में होटलाें, रिसॉर्ट, धर्मशालाओं, होम स्टे में ठहरने वाले पर्यटकों की बेहतर सुविधाएं व स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए रेटिंग तय होगी. मानक के अनुसार अंकों के आधार पर तीन तरह की लीफ (पत्ता) रेटिंग दी जायेंगी. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग की प्रथम समीक्षा बैठक की. इसमें जिला समिति व उप सत्यापन समिति के पदाधिकारी शामिल हुए. डीएम ने कहा कि स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग देश में पर्यटन क्षेत्र में स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाने व पर्यटकों के लिए बेहतर स्वच्छता सुविधाएं सुनिश्चित करने व टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास है. इसके लिए जिले में उपलब्ध आतिथ्य सुविधाओं रिसॉर्ट, होटल, होमस्टे, धर्मशालाओं आदि को चिह्नित कर सूची तैयार की जायेगी. उन जगहों पर साफ-सफाई, कार्यरत कर्मियों द्वारा सुरक्षा उपकरण का उपयोग व सुरक्षा प्रोटोकॉल को देखने के अनुसार रेटिंग की जायेगी. डीएम ने सभी एसडीओ को रिसॉर्ट, होटल, होमस्टे, धर्मशालाओं में सुविधाओं की जांच करने का निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर रेटिंग तय होगा. इसके लिए उन संस्थाओं के मालिकों के साथ इस माह के अंत में बैठक कर सभी बिंदुओं से अवगत कराया जायेगा.
अंकों के आधार पर रेटिंग मिलेगा
रिसॉर्ट, होटल, होमस्टे, धर्मशालाओं को अंकों के आधार पर रेटिंग मिलेगी. इसके लिए 200 मार्क्स निर्धारित हैं. इसमें ठोस कचरे के निबटारे की व्यवस्था के लिए 80, टॉयलेट के पानी की निकासी को लेकर इंतजाम के लिए 40 व हाइजीन की सुरक्षा आदि के लिए 80 अंक निर्धारित हैं. इसमें 100 से 130 अंक वाले को एक लीफ (पत्ता), 130 से 180 अंक लानेवाले को दो लीफ (पत्ता) व 180 से 200 अंक लानेवाले को तीन लीफ (पत्ता) मिलेगा. इसमें भाग लेनेवाली संस्थाओं को प्रत्येक विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होगा. इसका उद्देश्य स्वच्छता के स्तर में सुधार करना, कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक के उपयोग को कम करने को बढ़ावा देना व जल निकायों में प्रदूषण को रोकना है.
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