संवाददाता, पटना
गैस कंपनियों ने इ-केवाइसी को आवश्यक कर दिया है, लेकिन उपभोक्ता इसमें अपेक्षित रुचि नहीं ले रहे हैं. इ-केवाइसी नहीं कराने पर ऑनलाइन बुकिंग भी संभव नहीं होगा. पटना जिले में अब तक सिर्फ 60 फीसदी ग्राहकों ने ही इ-केवाइसी कराया है, जबकि यह प्रक्रिया पिछले एक वर्ष से चल रही है.
मिली जानकारी के अनुसार गैस एजेंसियां लगातार उपभोक्ताओं को इ-केवाइसी कराने के लिए एसएमएस भेज रही हैं और आग्रह कर रही हैं. इ-केवाइसी के लिए उपभोक्ता को अपनी गैस एजेंसी पर आधार कार्ड, गैस पासबुक (या डायरी) और मोबाइल फोन लेकर जाना होगा, जहां बायोमैट्रिक तरीके से प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी. समय पर इ-केवाइसी न कराने की स्थिति में गैस सेवा बाधित हो सकती है.बिहार एलपीजी डीलर्स एसोसिएशन की बिहार इकाई के महासचिव डॉ रामनरेश सिन्हा ने बताया कि इ-केवाइसी के तहत ग्राहकों को अपने एलपीजी कनेक्शन को आधार से लिंक कराना जरूरी है. उन्होंने बताया कि अब गैस सिलिंडर की होम डिलिवरी के समय डिलिवरी ऑथेंटिकेशन कोड (डीएसी) अनिवार्य कर दिया गया है. जब ग्राहक एलपीजी सिलिंडर की बुकिंग करेगा, तो पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे सिलिंडर प्राप्त करते समय दिखाना अनिवार्य होगा.
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