Education Loans in Bihar: पटना. बिहार के करीब 55 हजार छात्र शिक्षा ऋण लेकर फरार हो गये हैं. सरकार अब इन छात्रों को तलाश रही है. शिक्षा ऋण लेकर फरार होनेवाले छात्रों में पटना और समस्तीपुर से सबसे अधिक हैं. यह आंकड़ा तब सामने आया जब बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत शिक्षा ऋण लेनेवालों की समीक्षा की. समीक्षा बैठक में इस बात की जानकारी दी गयी कि पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने 60,722 छात्रों की सूची भेजी थी, जिनपर नीलाम पत्र वाद दायर करने का आदेश दिया गया था. उनमें 5,737 छात्रों ने शपथपत्र दिया या शिक्षा ऋण के किस्त का भुगतान किया. बाकी अभ्यर्थियों ने ऋण लौटाया न शपथ पत्र दिया. अब ऋण नहीं लौटानेवाले ऐसे छात्रों पर मुकदमा करने का आदेश दिया गया.
38 जिलों से 11,850 अभ्यर्थियों को भेजा गया नोटिस
बिहार के 38 जिलों से 11,850 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजा गया. 27,258 पर नीलामपत्र दायर किया गया. अब भी 27,277 छात्र ऐसे हैं, जिन पर नीलामपत्र दायर नहीं किया गया है. पटना में 4374 पर नीलामपत्र दायर का आदेश मिला, जिसमें 1733 पर वाद दायर किया गया. नोटिस एक को भी नहीं भेजा गया. 2641 छात्र बचे रहे, जिसमें 118 ने या तो शपथपत्र दिया या ऋण की किस्त आदयगी की. बाकी बचे 2523 पर ना तो नीलामवाद किया गया और ना ही नोटिस भेजा गया.
समस्तीपुर में 1358 और मुजफ्फरपुर में 760 पर वाद दायर
समस्तीपुर से 2498 की सूची भेजी गई, जिसमें 1358 पर वाद और 540 को नोटिस भेजा गया. 336 ने शपथपत्र और किस्त आदयगी की. वहीं 804 ऐसे हैं, जिन पर अभी भी वाद दायर करना लंबित हैं. मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी मीनेन्द्र कुमार ने इसे लेकर निर्देश दिया. 18 जुलाई तक की स्थिति की समीक्षा की गई है. मुजफ्फरपुर में 1928 में 760 पर वाद दायर हुआ। 680 को नोटिस भेजा गया.
गयाजी के छात्र किस्त भुगतान में आगे
बिहार में गयाजी के अभ्यर्थी शपथ पत्र देने और किस्त आदयगी में आगे हैं. गया में 2494 में 582 पर वाद दायर हुआ. 143 को नोटिस भेजा गया. 429 छात्र ऐसे रहे, जिन्होंने शपथपत्र और किस्त भुगतान किया. वहीं दरभंगा में 1459 में 524 छात्र ऐसे रहे, जिन्होंने शपथपत्र दिया या भुगतान किया. दरभंगा में 355 और गयाजी में 1483 पर दायर लंबित है.
Also Read: Bihar Election: राहुल गांधी अगस्त में आ रहे बिहार, नक्लसलग्रस्त इलाके में बितायेंगे रात