संवाददाता, पटना
एनसीइआरटी की अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक ””पूर्वी”” में भारतीय महापुरुषों के नाम को शामिल किया जायेगा. यह पहल विद्यार्थियों में राष्ट्रीय पहचान, वैश्विक दृष्टिकोण और आलोचनात्मक सोच क्षमताओं को विकिसत करने के उद्देश्य से की गयी है. अंग्रेजी पाठ्यपुस्तकों को भारतीय छात्रों के साथ सांस्कृतिक रूप से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) ने आठवीं कक्षा की अपनी अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक में संशोधन किया है. इसमें ””पूर्वी”” शीर्षक की पाठ्यपुस्तक में बदलाव किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार यह पाया गया था कि अंग्रेजी की पाठ्यपुस्तकों में ऐसे साहित्य और पात्र होते हैं, जो भारतीय छात्रों के लिए अपरिचित होते हैं. पाठ्यपुस्तक पूर्वी में मेजर सोमनाथ शर्मा और वर्गीज कुरियन जैसी भारतीय हस्तियों पर आधारित पाठ शामिल किया गया है ताकि विद्यार्थी भाषा सीखने के साथ ही भावनात्मक रूप से राष्ट्र से जुड़ सकें. एनसीइआरटी की कोर कमेटी से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि इस नयी पहल से बच्चों में राष्ट्रीय पहचान, वैश्विक दृष्टिकोण और आलोचनात्मक सोच क्षमता पर बेहतर प्रभाव पड़ेगा. नयी पाठ्यपुस्तक का वितरण सुनिश्चित करने के लिए व्यापक शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है