बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते गुरुवार को जेपी गंगा पथ पर दीघा से दीदारगंज तक बनी सड़क का लोकार्पण किया था. वाहनों की आवाजाही दीदारगंज तक शुरू हो चुकी है. 20.5 किलोमीटर लंबे फोरलेन जेपी गंगा पथ का निर्माण पथ निर्माण विभाग के द्वारा 3831 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है. इस गंगा पथ के पुल में अब दरार की बात सामने आयी है. यह मामला गरमाया तो खुद विभाग के मंत्री ने स्थिति स्पष्ट की है.
पुल में दरार का विवाद छिड़ा
जेपी गंगा पथ के एक पुल में दरार हो जाने की बात जंगल में आग की तरह फैली. सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़े फोटो और वीडियो वायरल होने लगे. विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बनाया और सरकार को निशाने पर लिया. मामला गरमाया तो पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन का बयान सामने आया.
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मंत्री ने दावे का किया खंडन
मंत्री नितिन नवीन ने मीडिया से बातचीत में पुल में दरार के सवाल पर कहा कि कहीं कोई दरार पुल में नहीं है. उन्होंने कहा कि सीजीएम स्तर के अधिकारियों की टीम मौके पर गयी थी. शीर्षत कपिल भी वहां गए थे. मंत्री ने कहा कि पिलर के बीच में सपोर्ट के लिए जो लेयर डाला जाता है उसमें दिक्कत आयी थी. वो भी जब नया लेयर पड़ता है तो ऐसा होता है. कहीं कोई दिक्कत नहीं है.
जांच के निर्देश, मंत्री ने बताया- विवाद में कितना दम?
मंत्री ने कहा कि सीजीएम को निर्देश दिया गया है कि पूरी रिपोर्ट बनाकर उन्हें सौंपे. नितिन नवीन ने कहा कि वो खुद मौके पर जाएंगे. मंत्री ने कहा कि स्पष्ट कर दूं कि कहीं कोई दरार नहीं है. दो पिलर के बीच में पैच दिया जाता है. फिर भी इसकी रिपोर्ट मंगवा रहे हैं.