बिहार के कैमूर जिले के भभुआ थाना क्षेत्र में भभुआ-मोहनिया सड़क NH-219 पर रविवार को स्कॉर्पियो की टक्कर से बाइक सवार चार युवकों की मौत हो गयी. चारो एक ही बाइक पर सवार थे और आपस में दोस्त थे. अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद जक चारो का शव एकसाथ उनके गांव पहुंचा तो पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया.
एकसाथ उठी चारो की अर्थी, रोया पूरा गांव
रविवार को चारो युवकों के शव भभुआ के बारे गांव में स्थित उनके घर लाया गया. एकसाथ कंधे पर चारो की अर्थी उठी तो सबका कलेजा दहल उठा. कई घरों में चूल्हे ठंडे पड़े रहे. सबकी आंखें नम थी. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि जब स्कॉर्पियो और बाइक टकरायी तो आवाज दूर तक गयी. दो युवकों की मौत मौके पर हो चुकी थी. एक ने सदर अस्पताल में दम तोड़ा. चौथे को हायर सेंटर रेफर किया गया लेकिन वाराणसी के रास्ते में ही उसने भी दम तोड़ दिया.
कुल का आखिरी चिराग बुझा
घटना का शिकार बने बारे गांव के मनोज सिंह के बेटे आदर्श की भी मौत हुई है. आदर्श की मौत से कुल का आखिरी चिराग बुझ गया. मनोज सिंह बस चालक हैं. उनके दो बेटे थे. एक बेटे की मौत दिल में छेद रहने के कारण पांच साल पहले ही हो गयी थी. अब दूसरे बेटे की भी मौत हो गयी तो कुल का आखिरी चिराग भी बुझ गया.
दूसरे राज्य से लौटकर आए गांव, काल के मुंह में समाए
हादसे का शिकार बना दूसरा मृतक वीरेंद्र गुजरात में रहकर काम करता था. शनिवार को ही वह अपने गांव आया था. उसकी चचेरी बहन की विदाई 30 अप्रैल को होनी थी. तीसरा मृतक विकास कुमार अपने दोस्त की बहन की शादी के लिए ही 10 दिन पहले गुजरात से आया था. जबकि चौथा मृतक आदित्य 10 साल पहले अपने पिता को खो चुका था. एक महीने पहले ही काम से लौटकर वह अपने गांव आया था. परिवार की जिम्मेदारी पिता की मौत के बाद आदित्य के ही कंधे पर थी.