संवाददाता,पटना
किलकारी बिहार बाल भवन, पटना की ओर से आयोजित समर कैंप 2025 में प्रतिदिन लगभग 1000 बच्चों की उपस्थिति रह रही है. अलग-अलग सत्रों में बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया. सृजनात्मक लेखन-सुलेखन और कैलीग्राफी कार्यशाला में बच्चों ने सुंदर लेखन की तकनीकों को सीखा. विशेषज्ञ सुधीर कुमार के मार्गदर्शन में बच्चों ने पारंपरिक और आधुनिक उपकरणों—चॉक, सरकंडा और कैलीग्राफी पेन का प्रयोग कर लेखन को एक दृश्य कला में बदला. दूसरी ओर, ब्लॉग लेखन कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉ अंचित पांडेय (अंग्रेजी विभाग, पटना विश्वविद्यालय) ने बच्चों को ब्लॉगिंग की मूलभूत अवधारणाओं, शीर्षक निर्माण और लेख संरचना से परिचित कराया.बच्चों को मिला कैमरा संचालन का बेसिक ज्ञान
बच्चों को कैमरा संचालन का बुनियादी ज्ञान दिया गया. कार्यशाला में अपर्चर, शटर स्पीड और आइएसओ जैसी तकनीकी पहलुओं की व्याख्या की गयी. बच्चों ने मैनुअल मोड में कैमरा ऑपरेट करते हुए लाइट बैलेंस, फ्रेमिंग और फोकस कंट्रोल सीखा. प्रत्येक प्रतिभागी ने स्वतंत्र रूप से एक फोटोग्राफ क्लिक किया, जिसमें उनकी तकनीकी समझ और रचनात्मक दृष्टिकोण का परिचय मिला. जल्द ही बच्चों की ली गयी तस्वीरों पर एक सामूहिक समीक्षा व संवाद का आयोजन किया जायेगा.विज्ञान सत्र: रोबोट के कार्य सिद्धांत को समझा
विज्ञान सत्र में विशेषज्ञ नरेंद्र, गौरव, इमामुल हक और विशाल के मार्गदर्शन में बच्चों ने रोबोट के कार्य सिद्धांत, निर्देशन की तकनीक और समस्या समाधान के वैज्ञानिक तरीके सीखे.नृत्य सत्र : गानों पर कराया गया डांस का अभ्यास
फ्री स्टाइल डांस सत्र में प्रशिक्षक हनी प्रिया एवं उनकी टीम ने बच्चों को शेकी-शेकी और डोला रे डोला जैसी रचनाओं पर नृत्य का अभ्यास कराया गया. क्लासिकल बॉडी मूवमेंट सत्र में प्रशिक्षक अमरनाथ प्रसाद, आदया सिन्हा ने भरतनाट्यम, कत्थक, मणिपुरी और शास्त्रीय नृत्य की मुद्राओं के साथ-साथ हिरन, बंदर, बगुला जैसे एनिमल मूवमेंट्स को शामिल कर बच्चों को देह-अभिव्यक्ति का गहन अभ्यास कराया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है