संवाददाता, पटना किलकारी के सुमन को कणीक स्मृति सम्मान मिलने वाला है. उन्हें यह सम्मान पत्रकारिता के लिए अंग जन गण, अंग मदद फाउंडेशन और अंगिका सभा फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग में आयोजित अंगिका और हिंदी के साहित्यकार कनक लाल चौधरी कणीक की स्मृति में 4 मई, 2025 को भागलपुर में दिया जायेगा. सुमन कुमार 14 वर्ष की उम्र से किलकारी से जुड़े. इनकी कलम यहां मजबूत रूप लेने लगी. राजभाषा विभाग के अंशानुदान से उनकी 36 लघुकथाओं का प्रथम संग्रह अब न अंगूठा छाप प्रकाशित हुआ, जो पर्याप्त चर्चा का विषय बन रहा है.वे इसका श्रेय किलकारी और अपने प्रशिक्षक डॉ वीरेंद्र कुमार भारद्वाज को देते हैं. इनकी रचनाएं विशेषकर लघुकथाएं दैनिक अखबार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं. बेगूसराय निवासी सुमन कुमार स्नातकोत्तर करके प्रतियोगिता-परीक्षा की तैयारी करते हुए साहित्य-सृजन कर रहे हैं. पुरस्कार घोषणा पर प्रशिक्षक डॉ वीरेंद्र कुमार भारद्वाज, कार्यक्रम पदाधिकारी अनिता ठाकुर, वरिष्ठ साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी, सुपरिचित लेखक शिवदयाल, अंगिका के साहित्यकार डॉ अमरेन्द्र, प्रसिद्ध मंजूषा गुरु मनोज कुमार पंडित आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की और सुमन को शुभकामनाएं दीं.
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