संवाददाता,पटना ग्रामीण स्वच्छता के आकलन के लिए शहर की तरह राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता सर्वेक्षण होगा. केंद्र सरकार द्वारा कराये जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण (ग्रामीण) 2025 के अंतर्गत सभी जिलों में घर-घर जाकर सूचना संग्रह की जायेगी. इसमें शौचालय की सुलभता, गांवों की साफ-सफाई, अपशिष्ट के प्रबंधन की जांच कर अंक दिये जायेंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 के तहत देश भर में सर्वेक्षण होगा, जिसके आधार पर सभी राज्य एवं जिलों की रैंकिंग की जायेगी. अच्छे अंक एवं अच्छी रैंकिंग के लिए राज्य के सभी जिलों में प्रतिस्पर्धा का वातावरण है. वैशाली जिला से स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण प्रारंभ हो गया है. जलशक्ति मंत्रालय ने देश के 761 जिलों में 21 हजार गांवों मे स्वच्छता सर्वेक्षण करायेगा.इसके तहत बिहार के सभी जिला में चयनित 1646 गांवों में भारत सरकार से नामित सर्वेक्षण एजेंसी के प्रतिनिधि जायेंगे. सर्वेक्षण कर्मी चयनित गृहों का भ्रमण करेंगे. घरेलू स्तर पर शौचालय का उपयोग, घरों में उत्पन्न ठोस अपशिष्ट के निबटान, स्नान, रसोई इत्यादि में उपयोग से उत्पन्न धूसर जल का प्रबंधन देखेंगे एवं निर्धारित प्रश्नावली से जानकारी संग्रह करेंगे.
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