संवाददाता, पटना. : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बिहार के 40 हजार से अधिक बैंक कर्मचारी और अधिकारी 24 और 25 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे. इसके कारण दो दिनों तक बैंकों में ताला लटका रहेगा. इससे राज्य में 25 हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होगा. यह जानकारी सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंं यूनियंस की ओर से दी गयी. भारतीय स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (बिहार) के सचिव अमरेश विक्रमादित्य ने बताया कि 23 मार्च की मध्यरात्रि से 25 मार्च की मध्यरात्रि तक दो दिनों (48 घंटे) तक सूबे के 6000 बैंक शाखाएं बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बैंककर्मियों को सुरक्षा उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. इसके कारण बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों में भय व्याप्त है. विक्रमादित्य ने बताया कि हड़ताल से कई मुद्दे हैं, जो आम लोगों से सीधे जुड़े हुए हैं. बैंक शाखाओं में कर्मचारियों और अधिकारियों की संख्या कम है, जिसके कारण सेवा प्रभावित होती है. उम्मीद है कि पब्लिक का सहयोग मिलेगा. बेफी के अध्यक्ष बी प्रसाद ने बताया कि हड़ताल में प्राइवेट बैंककर्मी शामिल नहीं होंगे, लेकिन उनका नैतिक समर्थन रहेगा.
प्रमुख मांगें
1.सभी कैडर में पर्याप्त भर्ती की जाये और सभी अस्थायी कर्मचारियों को नियमित किया जाये. 2.बैंकिंग क्षेत्र में पांच दिवसीय कार्य सप्ताह को तुरंत लागू हो. 3.बैंक कर्मचारियों-अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये 4.सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 10 वर्षों से खाली पड़े वर्कमैन व ऑफिसर डायरेक्टर के पदों को भरा जाये. 5.ग्रेच्युटी अधिनियम में संशोधन कर इसकी अधिकतम सीमा को 25 लाख रुपये तक बढ़ाया जाये 6.स्टाफ वेलफेयर योजनाओं पर आयकर छूट दी जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है