– तीन साल पहले एचडीएफसी में लोन डिपार्टमेंट में नौकरी करता था निरंजन
संवाददाता, पटना
दानापुर पुलिस के द्वारा नवादा के बड़े गिरोह का पर्दाफाश के बाद पुलिस टीम ने जांच की तो एक बड़ा खुलासा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार अरवल गिरोह का सरगना निरंजन कुमार एचडीएफसी बैंक में करीब तीन साल पहले नौकरी करता था. वह बैंक के लोन सेक्शन में पदस्थापित था. इस दौरान वह बैंक की बारीकियों को समझ गया. बैंक में काम करने के दौरान ही उसकी दोस्ती नवादा में साइबर गिरोह चलाने वाले सत्येंद्र से हुई. इसके बाद निरंजन ने नौकरी छोड़कर साइबर ठगी का अपना गिरोह बना लिया. निरंजन के छह से अधिक बैंक खातों की जानकारी पुलिस को मिली है. पुलिस ने उसके पास से चार आधार कार्ड और तीन पैन कार्ड भी बरामद किया है. इसकी जांच भी की जा रही है. बैंक ऑफ बड़ौदा के दो चेकबुक, पांच से अधिक रूपे और वीसा कार्ड पुलिस ने बरामद किया है. सभी बैंकों से निरंजन के इन खातों की डिटेल पुलिस ने मांगी है. निरंजन के पास से पुलिस ने एचडीएफसी बैंक का उसका पहचान पत्र भी बरामद किया है. निरंजन और सत्येंद्र साइबर ठगी के इस धंधे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर चुके हैं. अब संपत्ति की भी जांच होगी.राजस्थान पुलिस पटना और नवादा में कर रही छापेमारी
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