संवाददाता, पटना बिहार आइटी नीति 2014 एवं बिहार परचेज प्रेफरेंस नीति 2024 का लाभ उठाते हुए बिहार में ही कंप्यूटर, लैपटॉप ड्रोन,सोलर पैनल आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कंपनियों में सबसे अधिक दिल्चस्पी बढ़ी है. इन कंपनियों को पटना सहित अन्य जिलों में भी उनके लिए जमीन उपलब्ध करायी जायेगी . वहीं, विभागीय अधिकारियों को दूसरे राज्य में जाकर नयी आइटी नीति के संबंध में प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें रोड शो भी शामिल है. इसको लेकर दूसरे राज्यों में एजेंसियों का भी चयन करने का निर्णय लिया गया है, ताकि आइटी नीति के संबंध में अधिक से अधिक जानकारियां निवेशकों को मिल सके. 4000 करोड़ से अधिक निवेश करने का प्रस्ताव दिया : बिहार में आइटी नीति, 2024 लागू होने के बाद अब तक 60 से अधिक कंपनियों ने आइटी क्षेत्र में 4000 करोड़ से अधिक निवेश करने का प्रस्ताव दिया है.कुछ माह पूर्व पटना में आयोजित दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन में जय श्री टेक्नोलॉजीज (हेलोवेयर), सुपरसेवा, एक्सेल डॉट, एवीपीएल ने आइटी विभाग के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया था. विभाग के मुताबिक अगर कोई कंपनी 100 करोड़ रुपये निवेश करती है, तो उसे 70 करोड़ रुपये तक इंसेंटिव के तौर पर लाभ मिलता है.
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