मसौढ़ी. धनरूआ थाना क्षेत्र के मझौली गांव में जमीन विवाद को लेकर एक जुलाई की रात हुए गोलीकांड में घायल नंदकिशोर प्रसाद (60वर्ष) की इलाज के दौरान रविवार की शाम पीएमसीएच में मौत हो गयी. उनकी मौत की खबर मिलते ही गांव में तनाव फैल गया. परिजनों के अनुसार घटना वाली रात नंदकिशोर प्रसाद अपने खेत में बोरिंग करवा रहे थे. देर रात काम खत्म होने के बाद वे वहीं खेत में सो गये थे. तभी तीन-चार की संख्या में आये हमलावरों ने उन्हें निशाना बनाते हुए गोली चला दी. गोली उनके पेट में लगी थी. मृतक की पुत्री ममता देवी ने धनरूआ थाने में अपने ही चचेरे भाइयों संतोष प्रसाद, नवल प्रसाद और धर्मवीर प्रसाद पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि जमीन को लेकर काफी समय से पाटीदारों के बीच विवाद चल रहा था. कई बार पंचायत भी हुई थी, लेकिन मामला नहीं सुलझा. ममता देवी का कहना है कि उसी रंजिश में सुनियोजित तरीके से उनके पिता की हत्या की गयी. थानाध्यक्ष शुभेंदु कुमार ने बताया कि नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है.
नाले में डूब मौत मामले में एनजीओ पर होगी कार्रवाई
मोकामा. रविवार की शाम मोकामा नगर परिषद के वार्ड संख्या चार, इंदिरा नगर में नाले डूबकर हुई मासूम की मौत मामले में मृतक के पिता मिथुन मांझी ने मोकामा थाना में लिखित आवेदन देते हुए सफाई करने वाले एनजीओ पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मिथुन मांझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे घर के आगे नाली खुला रहने और साफ सफाई नहीं रहने की वजह से बच्चे की नाली में गिरकर मृत्यु हो गयी. वहीं मोकामा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक झा ने इसे दुखद घटना बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि घटना में प्रथम दृष्टया एनजीओ की लापरवाही सामने आ रही है, एनजीओ पर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

