-एक अप्रैल से लागू हो जायेगी नयी व्यवस्था
-मार्च के अंत तक स्कूलों में पहुंच जायेंगी किताबें
संवाददाता, पटना
सीबीएसइ के स्कूलों की तरह अब राज्य सरकार के स्कूलों में भी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) की किताबें पढ़ायी जायेंगी. नयी शिक्षा नीति के तहत बदले पाठ्यक्रम के अनुसार राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को एनसीइआरटी की किताबों से पढ़ाई करायी जायेगी. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) के निदेशक सज्जन आर ने बताया कि अब तक सीबीएसइ स्तर के स्कूलों में एनसीइआरटी की किताबें चला करती थीं. लेकिन अब राज्य के सरकारी स्कूलों में एनसीइआरटी किताबें चलेगी. यह व्यवस्था नये सत्र यानी एक अप्रैल से कक्षा छह से आठवीं तक में लागू हो जायेगी. उन्होंने बताया कि कक्षा छह से आठवीं तक में चलायी जाने वाली एनसीइआरटी की पुस्तक में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इन बच्चों को वही चैप्टर पढ़ाये जायेंगे, जो सीबीएसइ से संबद्ध स्कूलों में पढ़ाये जाते हैं. केवल एनसीइआरटी के पुस्तक में बिहार के संदर्भ में चीजों को जोड़ा गया है. जैसे बिहार की संस्कृति, सभ्यता, बिहार के विभूति, पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक स्थल आदि शामिल हैं. बांकी चैप्टर एनसीइआरटी के ही होंगे.अगली परीक्षा नये पाठ्यक्रम के आधार पर होगी
कक्षा छह से आठवीं की सितंबर 2025 में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा नये पाठ्यक्रम एनसीइआरटी के आधार पर ही ली जायेगी. मार्च 2026 में वार्षिक परीक्षा एनसीइआरटी की पुस्तक से ही ली जायेगी. शिक्षकों को भी इससे संबंधित दिशा-निर्देश जारी किये जा रहे हैं. इस संबंध में शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है. किताबों को स्कूलों तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. मार्च के अंत तक किताबें सभी स्कूलों में पहुंच जायेगी.कक्षा नौ से 12वीं में 2026 से लागू होगी नयी व्यवस्था
एससीइआरटी के निदेशक सज्जन आर ने बताया कि नयी शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में बदलाव आवश्यक हो गया था. वर्ष 2026 से कक्षा नौ से 12वीं में भी एनसीइआरटी किताबें चलेंगी. इसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गयी है. एनसीइआरटी की पुस्तक पढ़ने से बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने में आसानी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है