-इस सत्र से रेगुलर ग्रेजुएशन कोर्स में नामांकन की उम्मीद संवाददाता, पटना नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) के कुलपति सभाकक्ष में गुरुवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीइबी) के साथ एक अहम ऑनलाइन बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो रवींद्र कुमार ने की. इस दौरान विश्वविद्यालय की ओर से कुल 19 शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया, जिनमें 18 स्नातक व एक स्नातकोत्तर (एमलिस) कोर्स शामिल हैं. इन पाठ्यक्रमों में साइंस वर्ग के सात कोर्स भी प्रस्तावित किये गये हैं. यह उम्मीद जतायी जा रही है कि इसी सत्र (2025-26) से विश्वविद्यालय में रेगुलर ग्रेजुएशन कोर्स में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. बैठक में आइटी को-ऑर्डिनेटर डॉ अमरनाथ पांडेय ने तकनीकी पक्ष को संभालते हुए यूजीसी बोर्ड के साथ संवाद किया. विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम वर्ष की स्वाध्याय अध्ययन सामग्री पहले ही तैयार कर ली गयी है, जिसे स्टैच्यूटरी बॉडी से अनुमोदन भी प्राप्त हो चुका है. बैठक को सफल बनाने में कुलसचिव डॉ समीर कुमार शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही. साथ ही एडमिशन को-ऑर्डिनेटर सरफराज आलम, डॉ किरण पांडेय, डॉ मीना कुमारी, डॉ संगीता कुमारी, डॉ पल्लवी, संजय कुमार, शुभम कुमार, उमेश प्रसाद, सतीश यादव, गुड्डू कुमार, मुकेश गौरव, आफताब अहमद और आयुष ने सक्रिय सहयोग दिया. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि डीइबी की स्वीकृति के बाद छात्र-छात्राओं को न केवल नयी दिशा मिलेगी, बल्कि राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा सुलभ होगी.
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