संवाददाता,पटना जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना का ठीकरा विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार पर फोड़ा है. गुरुवार को पटना में महागठबंधन दलों के समन्वय समिति की पहली बैठक में घटना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में समन्वय समिति की करीब दो घंटे चली बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने सहयोगी दलों के नेताओं की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता की. उन्होंने सवाल उठाया कि किसी एक जगह दो हजार पर्यटक मौजूद थे ,तो वहां सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया. वर्ष 2014 से अब तक 3982 आंतकी घटनाएं हुई हैं, जिनमें 413 आम लोग और 630 सुरक्षाकर्मी मारे गये हैं. ऐसी लापरवाही का दोषी कौन है. केंद्र सरकार का इंटेलीजेंस और सर्विलांस कहां था? कहा कि सरहद पार से आंतकी देश की सीमा में आ रहे हैं. यह किसकी विफलता है. उन्होंने कहा जिन केंद्रीय एजेंसियों को विपक्ष के पीछे लगाया जाता है, उन एजेंसियों को आतंकियों के पीछे क्यों नहीं लगाया जाता. इन तमाम सवालों का जवाब देने की बजाय केंद्र सरकार घटना को सांप्रदायिक रंग देने में लगी है. बैठक में महागठबंधन दलों के नेताओं में राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, संजय यादव, आलोक मेहता, रणविजय साहू, कांग्रेस से कृष्णा अल्लावरू, राजेश राम, डाॅ शकील अहमद खान, डाॅ मदन मोहन झा, अभय दूबे, वीआइपी से मुकेश सहनी, सीपीआइ(एमएल) से कुणाल , धीरेंद्र झा, सीपीआइ से रामबाबू कुमार, अजय कुमार सिंह, सीपीएम से ललन चौधरी और अवधेश कुमार शामिल थे. आज शाम महागठबंधन दलों का कैंडल मार्च महागठबंधन दलों की बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बताया कि शुक्रवार को पहलगाम की घटना को लेकर राजधानी पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों में कैंडल मार्च का आयोजन किया गया है. पटना में शाम सात बजे कैंडल मार्च आयकर गोलंबर से डाकबंगला चौराहे तक निकाला जायेगा.
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