संवाददाता, पटना
मंगलवार को मगध महिला कॉलेज में छात्राओं ने कॉलेज में पुरुष प्राचार्य की नियुक्ति के निर्णय का विरोध करते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया. छात्राओं की प्रमुख मांग है कि एक महिला महाविद्यालय में केवल महिला प्राचार्य की ही नियुक्ति की जानी चाहिए, ताकि संस्थान की परंपरा, उद्देश्य और महिला सशक्तीकरण की भावना को सुदृढ़ किया जा सके. इस हस्ताक्षर अभियान में सैकड़ों छात्राओं ने भाग लिया और अपनी चिंता व असहमति को शांतिपूर्ण तरीके से दर्ज किया. छात्राओं का कहना है कि मगध महिला कॉलेज की पहचान एक प्रतिष्ठित महिला शिक्षा संस्थान के रूप में है, जहां दशकों से महिलाओं के नेतृत्व में प्रशासनिक और शैक्षणिक गतिविधियां संचालित होती रही हैं. ऐसे में पुरुष प्राचार्य की नियुक्ति से कॉलेज की मूल भावना और संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. छात्राओं का यह भी कहना है कि कॉलेज में महिला नेतृत्व से छात्राओं को आत्मविश्वास, प्रेरणा और सुरक्षा का अनुभव होता है. महिला प्राचार्य न केवल छात्राओं की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ सकती हैं, बल्कि एक रोल मॉडल के रूप में भी सामने आती हैं. वर्तमान समय में जब देश और राज्य महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं, ऐसे में इस प्रकार की नियुक्ति उन प्रयासों के विपरीत प्रतीत होती है.राज्यपाल को भेजा जायेगा छात्राओं का हस्ताक्षर
छात्राओं की ओर से एकत्र किये गये हस्ताक्षरों को शीघ्र ही महामहिम राज्यपाल, जो बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति भी हैं, को प्रेषित किया जायेगा. उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की है कि राज्यपाल छात्राओं की भावना का सम्मान करते हुए इस मामले में उचित निर्णय लेंगे. छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन और राज्य सरकार से अपील की है कि मगध महिला कॉलेज की गरिमा, परंपरा एवं महिला हितों की रक्षा के लिए इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाये साथ ही महिला प्राचार्य की ही नियुक्ति सुनिश्चित की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है