पटना सिटी. रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ओपीडी आरंभ हुई, तो उपचार कराने के लिए लगभग 2700 मरीज पहुंचे. स्थिति यह थी कि केंद्रीय पंजीयन काउंटर से लेकर शेड के बाहर धूप में कतार लगा पर्ची बनवाने के खड़े रहे. शेड छोटा पड़ जाने के कारण मरीजों की कतार शिशु रोग विभाग तक पहुंच गयी थी. इस दौरान केंद्रीय पंजीयन काउंटर पर पुर्जा बनवावे को शोरगुल होता रहा. हालांकि कर्मियों और गार्ड ने मरीज व तीमारदारों को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ प्रो सरोज कुमार ने बताया कि छह काउंटर पर मरीजों का पंजीयन होता है. अस्पताल प्रशासन की ओर से और काउंटर बढ़ाने की योजना पर कार्य कराया जा रहा है. ताकि मरीजों को असुविधा नहीं हो. खासतौर पर मेडिसिन विभाग में अलग पंजीयन काउंटर की व्यवस्था की जायेगी.
हीट वेब के आ रहे मरीज, बीस बेड आरक्षित :
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसिन विभाग में उपचार को पहुंच रहे मरीजों में अधिकांश हीट वेब के मरीज हैं. विभागाध्यक्ष डॉ प्रो अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि हीट वेब मरीजों की तादात बढ़ी है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ प्रो सरोज कुमार ने बताया कि हीट वेब के मरीजों के लिए अस्पताल में 20 बेड आरक्षित किये गये हैं. आरक्षित बेडो में मेडिसिन विभाग में दस बेड, शिशु रोग विभाग में पांच और इमरजेंसी में पांच बेड मरीजों के लिए आरक्षित है. इसके अलावा दवा की सुविधा भी उपलब्ध है. चिकित्सकों को निर्देशित किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है