Patna Metro: पटना मेट्रो परियोजना ने अब निर्णायक रफ्तार पकड़ ली है. जुलाई माह के अंत तक राजधानी में मेट्रो का पहला ट्रायल रन दो से तीन बार आयोजित किया जाएगा. इसकी जानकारी रविवार को नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश मिश्रा ने पटना के एक निजी होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी.
मंत्री ने बताया कि मेट्रो की बोगियां अब पूरी तरह पटना पहुंच चुकी हैं और ट्रायल रन के लिए जरूरी सभी तकनीकी और सुरक्षा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. जल्द ही पटना के लोग मेट्रो ट्रेन को अपनी जमीन पर दौड़ता देख सकेंगे.
6.5 किमी का प्रायोरिटी कॉरिडोर तैयार, ये हैं पांच प्रमुख स्टेशन
जुलाई में जिन रूटों पर ट्रायल किया जाएगा, वो पटना मेट्रो की ब्लू लाइन यानी कॉरिडोर-2 का हिस्सा है. इसे प्रायोरिटी कॉरिडोर कहा जा रहा है, जिसकी कुल लंबाई 6.5 किलोमीटर है. यह मलाही पकड़ी से न्यू ISBT तक फैला हुआ है.
इस पूरे रूट पर निर्माण लगभग अंतिम चरण में है और सभी स्टेशनों को ट्रायल के लिए तैयार किया जा चुका है.
इस खंड में निम्नलिखित पाँच स्टेशन शामिल हैं
- मलाही पकड़ी
- खेमनीचक
- भूतनाथ
- जीरो माइल
- न्यू ISBT
15 अगस्त 2025 से मेट्रो सेवा शुरू होने की उम्मीद
मंत्री जीवेश मिश्रा ने उम्मीद जताई कि अगर सभी ट्रायल सफल रहते हैं और सुरक्षा मानकों को पूरा कर लिया जाता है, तो 15 अगस्त 2025 से इस प्रायोरिटी रूट पर आम लोगों के लिए मेट्रो सेवा शुरू कर दी जाएगी. ट्रायल रन के दौरान हर एक तकनीकी बिंदु की गहन जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में संचालन में कोई समस्या न हो.
सुरक्षा और तकनीक पर खास फोकस, तय समय पर पूरा होगा काम
संवाददाता सम्मेलन में मंत्री ने बताया कि पटना मेट्रो परियोजना में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर ही पूरा किया जाएगा.
मेट्रो से यातायात और रोजगार में सुधार
मंत्री ने यह भी कहा कि मेट्रो परियोजना न केवल राजधानी के आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि यह शहर की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम करेगी. साथ ही, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे. यह परियोजना पटना के भविष्य की आधारशिला बन रही है.
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