Patna Metro: पटना मेट्रो परियोजना को जमीन के नीचे भी गति देने की तैयारी पूरी हो गई है. कॉरिडोर-1 के अंतर्गत 9.35 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग और छह अत्याधुनिक मेट्रो स्टेशनों के निर्माण के लिए कार्य एजेंसी का चयन कर लिया गया है. यह जिम्मेदारी अब हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (HCC) को दी गई है. कंपनी को यह निर्माण कार्य 42 महीनों यानी साढ़े तीन वर्षों के भीतर पूरा करना होगा.
दो चरणों में होगा निर्माण, रुकनपुरा से मीठापुर रैंप तक जुड़ेगा नेटवर्क
पहले चरण में रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन के साथ पाटलिपुत्र से विकास भवन तक सुरंग बनाई जाएगी. इसके लिए अनुमानित लागत 1377 करोड़ रुपये थी, लेकिन कंपनी ने 1147.50 करोड़ रुपये में यह कार्य करने की बोली लगाई है.
दूसरे चरण में विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन बनाए जाएंगे. साथ ही विकास भवन से मीठापुर रैंप तक सुरंग का निर्माण होगा. इस कार्य के लिए 1683 करोड़ की जगह 1418.30 करोड़ रुपये की बोली स्वीकार की गई है. दोनों चरणों को मिलाकर कुल लागत लगभग 2565.80 करोड़ रुपये आएगी.
JICA से लोन के तहत हो रहा है निर्माण
यह पूरा कार्य जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) द्वारा दिए गए फंड से संचालित हो रहा है. पटना मेट्रो के लिए 29 मार्च 2023 को जायका से 5158 करोड़ रुपये के लोन का समझौता हुआ था. इस राशि का उपयोग टनल, भूमिगत स्टेशन, मेट्रो कोच, ट्रैक, सिग्नलिंग और ओवरहेड वायर सिस्टम में किया जा रहा है.
फिलहाल एलिवेटेड सेक्शन का काम काफी तेजी से चल रहा है, वहीं अब भूमिगत हिस्से में भी निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है.
ये होंगे पटना मेट्रो के भूमिगत स्टेशन
- रुकनपुरा
- राजा बाजार
- चिड़ियाघर
- विकास भवन
- विद्युत भवन
- पटना जंक्शन