Patna News: गंभीर हृदय रोग से पीड़ित किशनगंज के लोहारपट्टी रोड निवासी 50 साल के विजय प्रसाद गुप्ता (बदला हुआ नाम) को फोर्ड हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पटना में कार्डियाक रीसिंक्रोनाइजेशन थेरेपी (CRT) डिवाइस लगाकर नई जिंदगी दी गई. मरीज का दिल महज 25 फीसदी ही काम कर रहा था, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. लेकिन डॉक्टरों ने CRT डिवाइस लगाकर मरीज को नई जिंदगी दी है.
दिल नहीं कर रहा था काम
दरअसल, फोर्ड हॉस्पिटल पहुंचने पर मरीज की हालत नाजुक थी. जांच के बाद पता चला कि हृदय की मांसपेशियां अत्यधिक कमजोर हो चुकी हैं, जिससे सामान्य रूप से दिल काम नहीं कर पा रहा था. अस्पताल के निदेशक एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बीबी भारती की देखरेख में विशेषज्ञों की टीम ने मरीज को CRT डिवाइस इम्प्लांट किया.
5 लाख रुपए डिवाइस की लागत
डॉ. भारती ने बताया कि यह विशेष डिवाइस दिल की गति को नियंत्रित कर उसे बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है. आमतौर पर इस डिवाइस की लागत लगभग 5 लाख रुपये होती है, लेकिन मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत पूरी तरह मुफ्त इलाज किया गया.
सामान्य होकर लौटे घर
इलाज के कुछ ही दिनों में मरीज की हालत में तेजी से सुधार हुआ और वे स्वस्थ होकर घर लौट गए. अब वे सामान्य जीवन जी रहे हैं और अपनी रोजमर्रा की गतिविधियां खुद करने में सक्षम हैं.