कृष्ण कुमार/ Patna News: बिहार में नीतीश सरकार में हुये कामकाज की जानकारी हर घर तक पहुंचाने के लिए जदयू प्रत्येक प्रखंड में अपने 20-20 कार्यकर्ताओं को टास्क देगा. इसके लिए योग्य कार्यकर्ताओं का चयन किया जायेगा और ये सभी कार्यकर्ता जदयू मीडिया प्रकोष्ठ व आईटी सेल के दिशा निर्देश में काम करेंगे. इस तरह राज्य के सभी 534 प्रखंडों में करीब एक हजार पार्टी कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव से पहले यह विशेष जिम्मेदारी दी जायेगी.
सूत्रों के अनुसार इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसे लेकर पिछले दिनों पार्टी प्रवक्ताओं, मीडिया प्रकोष्ठ और आइटी सेल के पदाधिकारियों की बोधगया में कार्यशाला हुई थी. अब 25 मई को प्रदेश मुख्यालय में भी एक कार्यशाला होगी. इसमें आइटी सेल के पदाधिकारी सहित मीडिया प्रकोष्ठ के सभी प्रखंड अध्यक्ष शामिल होंगे. साथ ही बोधगया की कार्यशाला में शामिल नहीं होने वाले मीडिया प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष, पदाधिकारी और जिला प्रवक्ता शामिल होंगे. इसका मकसद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं को जदयू और एनडीए सरकार के लोकहित कार्यों की ताजा जानकारी से अवगत कराना है.
आईटी सेल व मीडिया प्रकोष्ठ के माध्यम से चल रहा अभियान
सूत्रों के अनुसार जदयू ने अपने आइटी सेल व मीडिया प्रकोष्ठ के माध्यम से नीतीश सरकार में हुये कामकाज को विशेष तरीके से आम लोगों तक पहुंचाने का अभियान शुरू किया है. इसके तहत कई अभियान विशेष चर्चा में हैं. इनमें से पहला है धन्यवाद नीतीश कुमार, इस अभियान के तहत बनाये गये वीडियो में नीतीश सरकार की विशेष योजनाओं के लाभान्वित अपना अनुभव साझा करते दिख रहे हैं. इसमें महिलाएं बातचीत में बताती हैं कि नीतीश सरकार की योजनाओं से उनके जीवन में बदलाव शुरू हुआ. आर्थिक स्थिति बेहतर होने का असर उनके परिवार पर भी हुआ. जीवन स्तर बेहतर हुआ है. इसी तरह समाज के अन्य क्षेत्रों के लोग भी अपना-अपना विचार साझा करते दिख रहे हैं.
जदयू के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिख रहे वीडियो
सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही जदयू द्वारा ”आपका बिहार, आपकी सरकार” अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत राज्य के लोगों की जन आकांक्षाओं के अनुरूप तैयार योजनाएं वीडियो के माध्यम से दिखाई जा रही हैं. वहीं ”भूला नहीं है बिहार” अभियान में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल की घटनाओं की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही एक अन्य अभियान का नाम दिया गया है- ‘फर्क साफ है’ . इसमें 1990-2005 के शासन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल के फर्क को दिखाया जा रहा है. यह सभी वीडियो जदयू के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिख रहे हैं.