Patna News: पटना अब नये रूप में नज़र आएगा. एक ओर जहां हार्डिंग पार्क को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (CST) की तर्ज पर आधुनिक रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बांसघाट के पास वेस्ट टू वंडर पार्क बनकर शहर को पर्यावरण-संवेदनशील खूबसूरती से सजाने वाला है. दोनों परियोजनाएं राजधानी की पहचान और जीवनशैली को एक नये मुकाम पर ले जाने की तैयारी में हैं.
हार्डिंग पार्क बनेगा पटना का सीएसटी
दानापुर मंडल ने चेन्नई, बेंगलुरु कोलकाता और मुंबई के स्टेशनों के तर्ज पर इसकी डीपीआर बना कर रेलवे बोर्ड को भेजी थी. इनमें मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल के तर्ज पर बनी डीपीआर को सबसे बेहतर बताया गया, जिसको देखते हुए अब इसके तर्ज पर हार्डिंग पार्क को टर्मिनल को बनाने के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है.
टर्मिनल की खासियतें
नाटर्मिनल पटना मेट्रो सड़क व मल्टीमॉडल हब से सीधे जुड़ेगा. इससे जाम से निजात मिलेगी. भविष्य में मेल एक्सप्रेस ट्रेने भी वहां से चलायी जा सकेगी. सभी प्लेटफॉर्म के बीच अंडराउंड रास्तों से संपर्क होगा जिससे प्लेटफॉर्म बदलना आसान होगा. यहां एयरपोर्ट जैसा वेटिंग हॉल, डिजिटल टिकटिंग, एस्केलेटर, लिफ्ट और शौचालय की सुविधा होगी.
नया टर्मिनल बनने के बाद पटना जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा
उत्तर बिहार को लाभ इस टर्मिनल के बनने से उत्तर बिहार जाने वाले यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी. यहां से फुलवारी, पाटलिपुत्र जंक्शन, जेपी सेतु सोनपुर होते हुए पैसेंजर ट्रेनें चलेगी. इसके अलावा सासाराम आरा, बक्सर, गया, झाझा के लिए पैसेंजर ट्रेनें चलेंगी. हार्डिंग पार्क टर्मिनल से पटना- सर, पटना- इस्लामपुर पटना-बलियारपुर- तिलया, पटना-किऊल, पटना-झाझा, पटना- राजगीर पटना-हाजीपुर, पटना- करीनी पटना-मुजफरपुर, पटना-छपरा पटना-रक्सौल पटना-जयनगर समेत 85 से अधिक पैसेंजर ट्रेनें चलेगी सिर्फ पटना गया की ट्रेने यहां से नहीं खुलेगी.
बांसघाट के पास बनेगा वेस्ट टू वंडर पार्क, शिलान्यास कल
बांसघाट के पास बेस्ट टू वंडर पर्क बनाया जायेगा. वह पार्क 10 एकड़ में चंडीगढ़ रॉक गार्डन के तर्ज पर तैयार होगा. करीब 14.98 करोड़ रुपये से जेपी गंगा पथ व डॉ राजेंद्र प्रसाद के समाधि स्थल के बीच इसका निर्माण होगा. इसका शिलान्यास बुधवार को सीएम नीतीश कुमार करेंगे.
पार्क की खासियतें
पार्क डॉ राजेंद्र प्रसाद के नाम पर रहेगा. यह पार्क विश्व प्रसिद्ध संरचनाओं को प्रदर्शित करेगा. इस पार्क को कवाड़ और वेस्ट मटेरियल से आकर्षक कलाकृतियां बना कर सजाया जायेगा. इसका फायदा न केवल शहर की सुंदरता बढ़ने में मिलेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जाएगा.
चंडीगढ़ के रॉक गार्डन के तर्ज पर इस पार्क में भी कवाड़, सिरेमिक व अन्य बेकार वस्तुओं से सुंदर मूर्तियां रास्ते और छायादार स्थल बनाये जायेंगे बैठने के लिए बेंच, बच्चों के लिए रोमांचकारी खेल, जॉगिंग एवं बॉकिंग ट्रैक और रात में लाइट जैसी सुविधाएं भी होगी.
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