Patna News: हाल के दिनों में पुलिस छापेमारी टीम पर बढ़े हमले के मामलों को लेकर पुलिस मुख्यालय सख्त है. डीजीपी विनय कुमार ने शनिवार को कहा कि घटनाओं को देखते हुए सुनिश्चित किया जायेगा कि ऐसी सूचनाएं मिलने पर पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध करा कर घटनास्थल पर भेजा जाये, ताकि उपद्रवियों को सही जवाब दिया जा सके. खास कर अवैध शराब के खिलाफ पुलिस पर हमले बढ़े हैं. डीजीपी ने कहा कि पुलिस पर हमलों के मामले में त्वरित गिरफ्तारियां हो रही हैं. एडीजी (विधि व्यवस्था) ऐसे प्रत्येक केस की स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे हैं. इन लंबित कांडों की भी मॉनीटरिंग हो रही है. निर्देश दिया गया है कि जब भी छापेमारी में जाएं तो पर्याप्त बल लेकर जाएं.
पर्याप्त बल के साथ होगी छापेमारी
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर हमारी पहली प्राथमिकता कम से कम समय में घटनास्थल पर पहुंचने की होती है. 150-200 की संख्या की जानकारी मिलने पर भी क्विक रिस्पांस टाइम हासिल करने के लिए वीर पुलिसकर्मी कम पुलिस बल होने के बावजूद घटनास्थल पर चले जाते हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि बल में वृद्धि होगी, तो पर्याप्त संख्या में बल लेकर जायेंगे. हाल ही में एक सब इंस्पेक्टर शराब की सूचना मिलने पर अकेले चले गये. प्रयास करेंगे कि जिस संख्या में उपद्रवी हैं, उस हिसाब से आवश्यक पुलिस बल उपलब्ध करा कर ही भेजा जाये.
हमले में 10 से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी
मालूम हो कि शुक्रवार की देर रात पटना के रानीतलाब थाना क्षेत्र अंतर्गत राघोपुर मुसहरी में छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया था. इस हमले में दो दारोगा, एक एएसआइ और एक सिपाही घायल हो गये. वहीं, पुलिस की दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इससे पहले 17 फरवरी को सुपौल जिले की तकुना पंचायत में भी शराब माफियाओं ने हमला कर 10 से अधिक पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था.
छापेमारी करने गयी पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव
अरवल जिले के रामपुर चौरम थाना और पटना जिला के मसौढ़ी थाना के पुलिसकर्मी के द्वारा संयुक्त रूप से सरवा छापेमारी करने के दौरान छापेमारी दल पर ग्रामीणों और आरोपित के परिजनों द्वारा पथराव किया गया, जिसके कारण रामपुर चौरम थाना में पदस्थापित एसआइ ब्रह्मदेव दास गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इस संबंध में चौरम थाना प्रभारी सिंटू कुमार ने बताया कि पटना जिला के मसौढ़ी के रहने वाले रामबाबू राय के द्वारा मसौढ़ी थाने में आवेदन देकर अपनी पत्नी को उनके परिजन से मुक्त करने की गुहार लगायी गयी थी. आवेदन के आलोक में मसौढ़ी और चौरम थाने के पुलिस ने संयुक्त रूप से सरवा गांव पहुंचकर विवाहिता को उनके परिजनों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए छापेमारी करने उनके घर पर पहुंची कि आक्रोशित परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा पुलिस टीम पर पथराव कर दिया गया.