पटना सिटी. सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेंद्रू ट्रेनिंग कॉलेज के समीप रविवार को अधिवक्ता जितेंद्र मेहता की हत्या के मामले में पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. अपराधियों की पहचान के लिए घटना स्थल से भागने की दिशा में एक सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाला है. इसी बीच मृतक अधिवक्ता के बड़े भाई जगत प्रसाद ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें पुलिस को बताया है कि रविवार को दिन में लगभग दो बजे एक व्यक्ति घर पर आकर बताया कि आपके भाई जितेन्द्र मेहता को इंडियन बैंक के बगल में कोई गोली मार दिया है. यह सुनकर बैंक के बगल में पहुंचे तो देखा कि भाई खून से लथपथ बेहोश पड़े थे. शरीर में गोली लगी थी. भाई को पीएमसीएच ले गये. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा ने बताया कि हत्याकांड में कुछ क्लू मिले हैं. जल्द ही कांड का खुलासा होगा. पुलिस की नजर जेल से रिहा और बंद अपराधियों पर भी है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटना स्थल से जो तीन खोखा मिला है वह स्वचालित पिस्टल का है. पुलिस सूत्रों के अनुसार शाहगंज के कुछ अपराधियों को पुलिस तलाश रही है.
साथी की हत्या के विरोध में वकीलों की हड़ताल
पटना. अपने साथी की हत्या के विरोध में सोमवार को पटना सिविल कोर्ट के वकीलों ने शोकसभा की और विरोध जताया. साथ ही खुद को पूरे दिन न्यायिक कार्यों से अलग रखा. पटना जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अमरनाथ की अध्यक्षता में संघ की आपातकालीन बैठक हुई. इधर, अधिवक्ता संघ पटना सिटी के अध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं की बैठक हुई. इसमें अधिवक्ता जीतेंद्र के हत्यारों को गिरफ्तार करने, स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने और अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठायी साथी ही ज्ञापन सौंपा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है