बाढ़. तीन वर्ष पुराने कमलेश हत्याकांड में बाढ़ के गुलाबबाग निवासी बाढ़ विधानसभा के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी व लोहिया जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया की संपत्ति कुर्क करने का आदेश कोर्ट ने दिया है. इससे राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गयी. इसे लेकर सोमवार की सुबह से ही अनुमंडल थाने की पुलिस हलकान रही. इधर, दंडाधिकारी उपलब्ध नहीं होने के कारण कार्रवाई टल गयी. पुलिस कार्रवाई को लेकर काफी संख्या में लल्लू मुखिया के समर्थक मौके पर जुट गये. कार्रवाई को अंजाम देने के लिए कई ट्रैक्टर और बड़े वाहन को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय के सामने जुटाया गया. दूसरी तरफ लल्लू मुखिया पर हो रही कार्रवाई को लेकर बाढ़ थाना कांड संख्या-98/2023 के सूचक कुमार गौरव और उसकी मां कुसुम देवी गुलाबबाग पहुंच गयी. दोनों ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताया. कुसुम देवी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मेरे पति कमलेश कुमार की हत्या में लल्लू मुखिया निर्दोष हैं. राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है.
वहीं कुसुम देवी के पुत्र कुमार गौरव ने बताया कि मैं लल्लू मुखिया के बारे में पुलिस अधिकारी को लिखित तौर पर विरोध पत्र भेज चुका हूं कि लल्लू मुखिया का मेरे पिता की हत्या में कोई हाथ नहीं है. बाढ़ थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह ने बताया कि हत्याकांड में सरेंडर नहीं करने के कारण अप्राथमिकी अभियुक्त लल्लू मुखिया की संपत्ति कुर्क करने का आदेश मिला है. इसको लेकर पुलिस कार्रवाई करेगी. इधर, लोहिया जनता दल के कार्यकर्ताओं ने बैठक में लल्लू मुखिया को विधानसभा चुनाव के दौरान परेशान करने की मंशा से राजनीति के इशारे पर मुकदमे में फसाने की साजिश की निंदा की गयी.
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