पटना विवि : पीजी के सत्र 2022-24 के दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन
संवाददाता, पटना
विद्यार्थियों पर सबसे अधिक प्रभाव गुरु के आचरण का पड़ता है. शिक्षकों की जिम्मेदारी केवल पाठ्यपुस्तक को पढ़ाना या विद्यार्थियों को शिक्षित बनाना नहीं है बल्कि विद्यार्थियोंं के चरित्र का निर्माण की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को लेनी होगी. विद्यार्थियों को राष्ट्र में अपनी अलग पहचान स्थापित करने के उद्देश्य से शिक्षक पढ़ाएं तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है. ये बातें शनिवार को पटना विश्वविद्यालय की ओर से पीजी के सत्र 2022-24 के लिए आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कही.उन्होंंने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ ही शिक्षक उनके चरित्र निर्माण पर भी फोकस करेंगे तो वे राष्ट्र को चलाने का बोझ अपने कंधों पर उठा सकेंगे. राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को शिक्षित किये बिना किसी भी समाज की प्रगति और विकास संभव नहीं है. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने हाल ही में हुए हिंसक घटना की निंदा करते हुए अफसोस जाहिर किया. उन्होंने कहा कि सामूहिक चेतना जागृति के जरिये अपनी संस्कृति के महत्व को समझने की आवश्यकता है. उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन की समस्याओं को धैर्य और आत्मविवेक से सुझलाने को लेकर प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि लोक कल्याण कार्य के लिए संकल्प लें. लोक कल्याण के लिए काम करने वालों की कभी हार नहीं होती है.
जीवन में आगे बढ़ना है, तो कभी शिकायत न करें : प्रो आलोक कुमार चक्रवाल
दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में बिलासपुर के गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि जीवन में अगर आगे बढ़ना है तो कभी शिकायत न करें. यह बात मेरे गुरु ने कही थी और मैंने इस बात को गांठ की तरह अपने जीवन में बांध लिया. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी परिस्थिति में चुनौतियों का सामना करते हुए खुद को आगे ले जाने की कोशिश करें. विद्यार्थी हमेशा इस बात के बारे में सोचें कि वह समाज को क्या दे सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों से कहा कि विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ बनाने का संकल्प लें ताकि वे विश्व में अपनी अलग पहचान स्थापित कर सकें.
दीक्षांत समारोह में पीजी सत्र 2022-24 के कुल 40 गोल्ड मेडलिस्ट को राज्यपाल और कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह ने सम्मानित किया. इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मो. खान ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष व पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति को डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया. इसके साथ ही 57 पीएचडी धारकों को भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों से अवगत कराया. मौके पर विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो शालिनी, डीन प्रो अनिल कुमार, प्रॉक्टर मनोज कुमार समेत सभी शिक्षक मौजूद रहे.
गोल्ड मेडल से इन मेधावियों को किया गया सम्मानित
फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज
संतोष कुमार- एमए हिंदीप्राची पंकज- एमए इंग्लिश
रितु कश्यप- एमए संस्कृतअविनाश कुमार मंडल- एमए मैथिली
फुलाता बर्मन- एमए बंगालीमो. कबत उल्लाह- एमए अरेबिक
मो. इरफान- एमए उर्दूमो. जाबिर- एमए पर्शियन
बुशरा इमाम- एमए फिलॉस्फीप्रीनिमिता रॉय- एमए एमजेएमसी
वंदना कुमारी- एमए म्यूजिकफैकल्टी ऑफ सोशल साइंस
काजल कुमारी- एमए हिस्ट्रीआयुष रंजन- एमए पॉलिटिकल साइंस
अनिता कुमारी- एम होम साइंससुषमिता भारद्वाज- एमए एआइएच एंड आर्क
सदफ नेशहर- एमए सोशियोलॉजीशिल्पी कुमारी- एमए इकोनॉमिक्स
प्रिया ठाकुर- एमए साइकोलॉजीअंजली चौधरी- एमए साइकोलॉजी
प्रज्ञया श्री- एमए जियोग्राफीरितेश कुमार- एमए पीएम एंड आइआर
मो. अमजद आलम- एमए रुरल स्टडीजनीलम कुमारी- एमए सोशल वर्क
फातमा नाज- एमए वीमेंस स्टडीजतूमॉन बोराह- एम लिब
फैकल्टी ऑफ साइंसअमिशा- एमएससी फिजिक्स
कुमारी नीशा- एमएससी केमिस्ट्रीशिवानी रानी- एमएससी जूलॉजी
शताक्षी प्रखर- एमएससी बॉटनीराहुल कुमार- एमएससी जीओलॉजी
रितिक कुमार- एमएससी गणितप्रत्युष प्रियदर्शनी- एमएससी स्टैटिस्टिक्स
प्रिया रंजन- एमएससी बायोकेमिस्ट्रीरवि यादव- एमएससी बायोकेमिस्ट्री
मृणाल राज- एमएससी इंवायरमेंटल साइंससलोनी कुमारी- एमसीए
फैकल्टी ऑफ कॉमर्स
गरिमा यादव- एम कॉम
दिवे जायसवा- एमबीएफैकल्टी ऑफ लॉ
पवन- एलएलएमफैकल्टी ऑफ एजुकेशन
कनिष्का अवस्थि- एमएडडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है