संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय अतिथि प्राध्यापक मोर्चा के सदस्य गुरुवार को सेवा नवीनीकरण की मांग को लेकर कुलपति के समक्ष विश्वविद्यालय मुख्यालय में आमरण अनशन पर बैठ गये. मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर कुलपति और कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा. धरने पर बैठे अतिथि प्राध्यापकों ने कहा कि आठ विषयों में 32 अतिथि सहायक प्राध्यापकों की सेवा समाप्त कर दी गयी है. जबकि कुछ शिक्षकों को रिन्यूअल कर दिया गया है. अभी कुछ विषयों में अतिथि सहायक प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने साजिश तहत हम अतिथि सहायक प्राध्यापकों को नवीनीकरण से वंचित कर दिया है. विश्वविद्यालय के पास अतिथि सहायक प्राध्यापकों के मानदेय के लिए राशि की कमी नहीं है. सरकार की ओर से फंड उपलब्ध कराया गया है. शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक महीने में मानदेय देने के लिए सरकार द्वारा राशि भेजी जाती है. उन्होंने कहा कि मांगों के पूरे होने तक आमरण अनशन जारी रहेगा. आमरण अनशन में महिला शिक्षक भी शामिल हैं. धरना में अतिथि सहायक प्राध्यापक डॉ इशारत, डॉ संध्या, डॉ माधवी, डॉ अख्तर आबीद, डॉ असलामा, डॉ गिरी, डॉ बबिता, डॉ प्रवीण, डॉ साधना सहित अन्य मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है