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संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की ओर से बुधवार को संविधान की समसामयिक समीक्षा विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पटना विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में देश के जाने-माने संविधान विशेषज्ञ लक्ष्मी नारायण संविधान की रचना के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इसके साथ ही मूल संविधान में तथ्यों के साथ उकेरे गये चित्रों की प्रासंगिकता पर भी विस्तृत चर्चा की. अंत में उन्होंने श्रोताओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया. इसके साथ ही उन्होंने संविधान से संबंधित अपनी पुस्तकें विभाग के लिए समर्पित कीं. वहीं मुख्य अतिथि के रूप में शहर के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णकांत ओझा ने संविधान की आवश्यक बातों की विशेषता पर चर्चा करते हुए बताया है कि कैसे यह वंचित वर्गों के अधिकारों को प्राप्त करने की आजादी प्रदान करता है. कार्यक्रम में पर्शियन के अध्यक्ष डॉ सादिक हुसैन और मैथिली के अध्यक्ष जीवछ राम ने भी अपने विचार व्यक्त किया. मौके पर हिंदी के शिक्षक डॉ संजय कुमार, दर्शन के डॉ विजेता सिंह, डॉ राणा रणविजय, पर्शियन के डॉ महमूद आलम, डॉ आजाद, बंगाली के डॉ कल्पना खान, डॉ रिया, डॉ चंदन और योग के शिक्षक मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है