जेल में बंद बिहार के पूर्व आइएएस अफसर संजीव हंस के करीबी और ट्रांसफर माफिया के रूप में कुख्यात रिशु श्री के नेटवर्क को ईडी खंगाल रही है. गुरुवार को एकसाथ कई ठिकानों पर छापेमारी ईडी ने की. इस कार्रवाई ने बिहार में प्रशासनिक भ्रष्टाचार के कई पोल भी खोले हैं. ट्रांसफर-पोस्टिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और प्रभावशाली अफसरों की विदेश यात्राओं से जुड़ी यह कार्रवाई हो रही है. ईडी के पास कई अहम सुराग हाथ लगे हैं जिससे पता चलता है कि रिशु श्री की कंपनी के जरिए अफसर और उनकी पत्नियों ने काले धन को सफेद किया. आठ बड़े सरकारी विभागों में अफसरों से सांठगांठ करके इस कंपनी ने ठेके लिए.
आठ सरकारी विभागों में अफसरों से सांठगांठ
रिशु श्री की कंपनियों ने जल संसाधन, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, नगर विकास, बुडको, शिक्षा, भवन निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग जैसे प्रमुख सरकारी विभागों में ठेके या पेटी कांट्रेक्ट लिए हैं. ईडी ने गुरुवार को जो कार्रवाई की है उसमें ये बात सामने आयी है. शुक्रवार को आधिकारिक बयान भी साझा किया गया.
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अफसरों से सेटिंग, टेंडर में खेल!
ईडी ने बताया कि कई आपत्तिजनक दस्तावेज, संदिग्ध लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड आदि बरामद हुए हैं. एफआइआर में रिशु श्री व अन्य पर सरकारी टेंडरों में अधिकारियों की मिलीभगत से गलत लाभ उठाने और अवैध संपत्ति बनाने का आरोप है. ईडी का कहना है कि रिशु श्री ने टेंडरों की प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए सरकारी अफसरों से सांठ-गांठ किया. कई ट्रेवल एजेंट भी रडार पर आए हैं.
कई अफसरों की पत्नियां रडार पर
रिशु श्री की रियल एस्टेट की कंपनी ‘श्री नेस बिल्ड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़े कई अहम दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं. जानकारी है कि कई अफसरों की पत्नियां और उनके परिजन इस कंपनी से किसी ना किसी तरह जुड़े हुए हैं. आशंका है कि अफसरों के काले धन को सफेद इस कंपनी के माध्यम से किया जाता था. ईडी की जांच जारी है.