संवाददाता, पटना
राज्य सरकार की पहल पर रेल मंत्रालय ने 223 आरओबी बनाने की मंजूरी दे दी है. इनका निर्माण 223 रेलवे फाटकों के स्थान पर किया जायेगा. इनके निर्माण से सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों को समय की बचत होगी. साथ ही रेलवे फाटकों वाली सड़कों पर आवागमन सुरक्षित और निर्बाध हो जायेगा. वर्ष 2027 के अंत तक राज्य के किसी स्थान से 3:30 घंटे में पटना पहुंचने की सुविधा मिल सकेगी. इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह और रेलवे बोर्ड आधारभूत संरचना के सदस्य नवीन गुलाटी, पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह सहित उच्च अधिकारियों की अहम बैठक हुई.इस बैठक में रेलवे की तरफ से जानकारी दी गयी कि 12 आरओबी/आरयूबी के डीपीआर पर रेलवे बोर्ड ने स्वीकृति दे दी है. इसके अतिरिक्त 48 आरओबी का डीपीआर तैयार कर लिया गया है. इन सभी पर जून से जुलाई के बीच स्वीकृति प्राप्त की जायेगी. 112 अन्य आरओबी पर डीपीआर बनायी जा रही है. गौरतलब है कि मार्च से मई में अभियान चलाकर राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग के सभी 223 रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे द्वारा आरओबी बनाने
की एनओसी दे दी गयी थी.
1.सहरसा जिला का रेलवे फाटक संख्या-104बी1(सहरसा जंक्शन-बैजनाथपुर)
2. छपरा जिला का रेलवे फाटक संख्या-47स्पेशल(छपरा जंक्शन-छपरा कचहरी)
3. सीतामढ़ी जिला का रेलवे फाटक संख्या-55सी/3(सीतामढ़ी-डुमरा)
4. गया जिला का रेलवे फाटक संख्या-39/सी/T(पहाड़पुर-गुरपा) एव 8/सी (परैया-गुरारू)
5. लखीसराय जिला का रेलवे फाटक संख्या-24/ए/इ (अभयपुर- मसुदन) एवं 27/बी/टी (कजरा -अभयपुर)
6. जमुई जिला का रेलवे फाटक संख्या-36 (झाझा-सिमुलतला)
7. मुंगेर जिला का रेलवे फाटक संख्या-17/ए/इ (जमालपुर-दशरथपुर)
8. औरंगाबाद जिला का रेलवे फाटक संख्या-28/बी (फेशर-बघोई कुसा) एवं 23/C/T (जाखिम-बघोई कुसा)
9. मुजफ्फरपुर जिला का रेलवे फाटक संख्या-123 (मोतिपुर-मेहषी)
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