तीन साल में पुलिस के लिए तीन हजार से अधिक वाहन खरीदे गये संवाददाता,पटना बिहार पुलिस को आधुनिक और सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने 161 अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) और करीब 250 सर्किल इंस्पेक्टरों (सीआइ) के लिए नये समर्पित वाहन देने की मंजूरी दे दी है.पुराने वाहनों को रद्द कर उनकी जगह नयी गाड़ियां दी जायेंगी. सरकार के इस फैसले से राज्य की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण प्रणाली को नयी ताकत मिलेगी.सोमवार को एडीजी (प्रोविजन) अजिताभ कुमार ने पटना स्थित सरदार पटेल भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस यह जानकारी दी.उन्होंने बताया कि नयी खरीद नीति के तहत अब सभी जिलों के थानों में दोपहिया वाहन भी उपलब्ध कराये जायेंगे, ताकि पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय पहुंच को बेहतर बनाया जा सके. एडीजी ने बताया कि नयी खरीद नीति के तहत अब सभी जिलों में थानों के लिए दो पहिया वाहनों की खरीद की जायेगी.उन्होंने बताया कि विगत तीन साल में पुलिस के लिए तीन हजार से अधिक वाहन खरीदे गये हैं.इनमें 1283 चारपहिया और 550 दो पहिया वाहन सिर्फ डायल 112 को मिले.हर थाने को न्यूनतम दो वाहन, जबकि बड़े थाने को चार से पांच वाहन तक उपलब्ध कराये गये हैं.हाइवे पेट्रोलिंग के लिए 56 इंटरसेप्टर की खरीद हो चुकी है, जबकि 58 के खरीद की प्रक्रिया चल रही है.उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तरह अब राज्य के सभी थानों और रेलवे पुलिसकर्मियों (जीआरपी) को भी बॉडी वार्न कैमरे उपलब्ध कराये जा रहे हैं. पटना सहित सूबे के सभी ट्रैफिक थानों के पुलिसकर्मियों को अब तक सात हजार से अधिक बॉडी वार्न कैमरों की आपूर्ति की गयी है.सभी रेल पुलिसकर्मियों के लिए करीब 1000, जबकि हर थाने में एक से दो बॉडी वार्न कैमरे दिये गये हैं.
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