संवाददाता, पटना राज्य में दाखिल- खारिज मामलों की बढ़ती शिकायतों को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग एक्शन मोड में है. इसके तहत कम दाखिल -खारिज वाले अंचलों की पहचान कर वहां के अंचल अधिकारियों को शो-कॉज दिया गया है. जिन अंचल अधिकारियों का जवाब असंतोषजनक पाया जायेगा, उन पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल समीक्षा के दौरान दो श्रेणियों में अंचलों की पहचान की गयी है. पहली श्रेणी में ऐसे अंचलों की पहचान की गयी है ,जहां 50 फीसदी से अधिक मामले लंबित हैं. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अनुसार स्क्रूटिनाजिंग म्यूटेशन (परिवर्तन की जांच) के 50 फीसदी से अधिक लंबित मामले वाले अंचलों में गोपालगंज जिले का ऊचकागांव एवं पंचदेउरी, अररिया जिले का फारबिसगंज, पश्चिम चंपारण जिले का बैरिया और चनपटिया और कटिहार जिले का दंडखोरा शामिल है. इसके साथ ही पटना जिले का दुल्हिनबाजार अंचल, जहानाबाद जिले का हुलासगंज, मुंगेर जिले का धरहरा और बरियारपुर, समस्तीपुर जिले का मोहनपुर, बांका जिले का कटोरिया और वैशाली जिले के सहदेईबुजुर्ग अंचल में दाखिल- खारिज वादों का निष्पादन 10 प्रतिशत से भी कम पाया गया.
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