संवाददाता, पटना पूर्वी पटना में लगातार चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के चार शातिरों और दो ज्वेलरी दुकानदारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पहली बार यह गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आया है. इस गिरोह ने बीते छह महीने में 20 चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है. इन लोगों के पास से पुलिस ने दो पल्सर बाइक, 13.2 ग्राम गला हुआ सोना और चार मोबाइल व कैश बरामद किया है. एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि गिरफ्तार स्नैचरों से पूछताछ के बाद कुछ और नाम सामने आये हैं. तलाश में छापेमारी चल रही है. पुलिस मामले में गिरोह के सरगना राघोपुर के नीतीश उर्फ प्रिंस उर्फ लेदहा उर्फ बॉस, कच्ची दरागाह के नीतीश उर्फ पकड़ा, सागर कुमार, जेठुली के विवेक कुमार को गिरफ्तार किया है. गिरोह की निशानदेही पर पुलिस ने नदी थाना क्षेत्र स्थित अंजलि ज्वेलर्स के यहां छापेमारी कर दुकानदार बाप बेटे अमरनाथ महतो और साहिल कुमार को गिरफ्तार किया. इसके अलावा चोरी के मोबाइल खरीदने वाले मनीष कुमार को भी फतुहा से ही गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में इन लड़कों ने पुलिस को बताया कि वे लोग पटना सिटी के इलाकों में महिलाओं को टार्गेट करते हैं और उनके गले से चेन झपटते हैं. चेन को औने-पौने दाम पर बेच कर सभी मौज मस्ती करते हैं. महंगी बाइक खरीदे हैं. गिरफ्तार सभी स्नैचर पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. जिन चार स्नैचरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उन सभी की उम्र 18 से 20 साल के बीच है. नीतीश उर्फ लेदहा इस गिरोह का सरगना है. नीतीश उर्फ फड़का, सागर और विवेक इसी गिरोह के शातिर हैं. जांच में यह बात आई कि सभी स्कैम पीने के आदी हैं. 27 मई को इस गिरोह के बदमाशों ने बाईपास थाना क्षेत्र में चेन स्नैचिंग की दो घटनाओं को अंजाम दिया था. घटना को गंभीरता से लेते हुए डीएसपी गौरव कुमार ने अनुसंधान शुरू किया. घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी खंगाला गया. स्नैचरों के दोनों बाइक में बदमाशों ने एक का नंबर ढक दिया था. आखिरकार बाइक का नंबर मिला और अपराधियों की पहचान हुई. स्नैचरों ने स्वीकार किया कि इसी गिरोह ने रामकृष्णा नगर में एक युवक से 1.50 लाख का मोबाइल झपट लिया था. वह मोबाइल मनीष ने खरीदा था.
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